11 दिनों तक चले रियो पैरालंपिक 2016 में एक बार फिर चीन का दबदबा देखने को मिला। चीन 107 गोल्ड मेडल के साथ 239 मेडल जीतकर पहले नंबर पर रहा। इसके बाद ब्रिटेन 64 गोल्ड के साथ 147 मेडल जीतकर दूसरे नंबर पर रहा। वहीं प्वाइंट्स टेबल में यूक्रेन आश्चर्यजनक रूप से अमेरिका को पछाड़कर तीसरे नंबर पर रहा। अब रियो पैरालंपिक 2016 में भारत के प्रदर्शन की बात कर लेते हैं। भारतीय पैराएथलीटों ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है। इस पैरालंपिक में भारत ने अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले। भारत ने 1968 से पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेना शुरू किया और पहली बार उसने दो गोल्ड मेडल सहित चार मेडल अपने नाम किए। भारतीय दल दो गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज सहित कुल चार मेडल जीतकर 43वें स्थान पर रहा। भारत के लिए मरियप्पन थांगवेलु ने रियो पैरालंपिक खेलों में पुरूषों की टी42 लॉन्ग जंप इवेंट में गोल्ड, वरूण भाटी ने इसी इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता। पैरालंपिक में भी महिला एथलीट पीछे नहीं रही, 45 साल की दीपा मलिक ने महिलाओं की एफ53 गोलाफेंक इवेंट में सिल्वर मेडल जीता और भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर देवेंद्र झाझरिया ने पुरूष एफ46 जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल अपने नाम किया।