17 दिनों का मेला, रियो ओलंपिक्स 2016 अब खत्म हो गया है। यहाँ पर यूनाइटेड स्टेट्स ने सबसे ज्यादा कुल 121 पदक जीते जिसमें से 46 स्वर्ण पदक हैं। यहाँ पर हमने कई युवा प्रतिभा को देखा जिनसे हमे भविष्य में काफी उम्मीदें हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं की दिग्गजों ने हमे निराश किया। खेल के इतिहास के सबसे बड़े खिलाडियों ने रियो में स्वर्ण के लिए चार साल की कड़ी मेहनत की थी। हमने कई विश्व रिकॉर्ड और ओलम्पिक रिकॉर्ड को टूटते हुए देखा है, खासकर तब जब ये दिग्गज आखरी बार अपनी काबिलियत दिखाने उतर रहे हो। ताकि आखरी बार उन्हें पोडियम पर चढ़ने का मौका मिल जाए। ये रहे 10 लेजेंडरी एथेलीट जिन्होंने अपना आखरी ओलंपिक खेल लिया: माइकल फेल्प्स ये स्विमिंग में अबतक के महानतम एथलीट। जल देवता कहिए या माइकल फेल्प्स। ओलंपिक खेलों के ये सबसे प्रसिद्ध एथेलीट हैं और इनके नाम अबतक 28 पदक हैं। लंदन ओलंपिक्स 2012 में डिप्रेशन से गुजरने के बाद माइकल फेल्प्स ने शानदार वापसी की। रियो ओलंपिक 2016 में उन्होंने 5 स्वर्ण पदक जीते। ये उन्होंने पुरुषों की 4x200 फ्रीस्टाइल रिले, 200 मीटर बटरफ्लाई, 4x100 मेडले रिले, 4x100 फ्रीस्टाइल रिले और 200 मीटर एकल मेडले में पदक जीता। उन्हें केवल 100 मीटर बटरफ्लाई में रजत पदक मिला। हालांकि उन्होंने लंदन ओलंपिक्स 2012 के बाद घोषणा की थी कि वे स्विमिंग से सन्यास ले लेंगे, लेकिन रियो में उन्होंने वापसी की। लेकिन इस बार उन्होंने पक्के तौर पर खेल को अलविदा कह दिया है। उसैन बोल्ट इन्हें फ़्लैश ही कहिए। इसमें तो कोई शक नहीं की उसैन बोल्ट पृथ्वी पर सबसे तेज़ इंसान हैं। रियो ओलंपिक के पहले उनके फॉर्म और फिटनेस पर कई सवाल खड़े हुए थे। लेकिन बोल्ट ने रियो ओलंपिक्स में अपने प्रदर्शन से सभी सवालों का जवाब दिया। 21 अगस्त को 30 साल के हुए बोल्ट ने ओलंपिक खेलों में तीन स्वर्ण पदक जीतने की हैट्रिक लगाई। उन्होंने पुरुषों की 100 मीटर, 200 मीटर, और 4x100 मीटर रिले में स्वर्ण पदक जीता। 2017 के वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद बोल्ट खेल को अलविदा कह देंगे। इसका मतलब रियो ओलंपिक 2016 उनका आखरी ओलंपिक खेल था। वीनस विलियम्स अपने शानदार करियर जे अंत की ओर बढ़ते हुए वीनस विल्लिअम्स रियो ओलंपिक खेल की ओर निराश होकर देखेंगी। महिलाओं के डबल्स खेल में वें अपनी बहन सेरेना के साथ पहले ही दौर में बाहर हो गयी। लेकिन मिक्स्ड डबल्स में उन्होंने रजत पदक हासिल किया। वीनस विल्लिअम्स ओलंपिक खेलों में बहुत कामयाब हुई है। उनके नाम चार स्वर्ण पदक है, जो उन्होंने सिडनी 2000, बीजिंग 2008, और लन्दन 2012 में जीता था। वें उन चुनिंदा स्टार्स में से हैं जिनके नाम सिंगल और दो बार डबल का ख़िताब है। करीब 1एक दशक तक उन्होंने एक खेल पर राज किया। 36 वर्षीय टेनिस स्टार का रियो ओलंपिक आखरी ओलंपिक खेल था। रियो ओलंपिक का रजत पदक उनका आखरी ओलंपिक पदक था। ली डैन लीं डैन बैडमिंटन खेल के बड़े खिलाडी हैं और ये दुःख की बात है उनके आखरी ओलंपिक खेल में उन्हें कोई पदक नहीं मिला। चीन के इस खिलाडी को सेमीफाइनल में ली चोंग और कांस्य पदक मुकाबले में विक्टर अलेक्सेन के हातों हार मिली। इस खिलाडी के नाम बीजिंग ओलंपिक और लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक है। लेकिन तीसरी बार उन्हें ली चोंग ने आगे बढ़ने से रोक दिया। 32 वर्षीय लीं डैन ने कोई औपचारिक घोषणा नहीं की, लेकिन अब वें 33 साल के हो गए हैं इसलिए उनका टोकयो ओलंपिक में हिस्सा लेना मुश्किल दिखाई दे रहा है। अभिनव बिंद्रा भारतीय दर्शकों के दिल में अभिनव बिंद्रा के लिए खास जगह होगी। बीजिंग ओलंपिक 2008 में उन्होंने भारत की ओर से पहले एकल स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने ये कारनामा पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में किया था। भारतीय खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व करनेवाले वाले बिंद्रा, रियो में टाईब्रेकर में पदक से चूक गए और उन्हें चौथा स्थान हासिल हुआ। बिंद्रा ने ओलंपिक खेलों को अलविदा कह दिया है। भले ही उनकी ये हार हमे खाले, लेकिन सबसे बड़े भारतीय ओलंपियन को हमे गुडबाय कहना होगा। सर ब्रेडले विग्गिन्स सर ब्रेडले विग्गिन्स सबसे लोकप्रिय अंग्रेज़ एथेलीट हैं और उन्होंने अपने आप को सबसे अच्छा रिटायरमेंट गिफ्ट दिया। उन्होंने साइकिलिंग के टीम इवेंट में इंग्लैंड की टीम के साथ विश्व रिकॉर्ड को तोड़ते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। सर ब्रेडले विग्गिन्स को ओलंपिक खेलों में लगातार कामयाबी हासिल हुई है। उनके नाम अबतक 8 पदक है, जिसमें से 5 स्वर्ण हैं। वें उन चुनिंदा साइकिल चालक हैं जिन्हें रोड साइकिलिंग और ट्रैक साइकिलिंग में कामयाबी मिली है। हालांकि 36 वर्षीय विग्गिन्स इस खेल का मजा ले रहे हैं और इससे सन्यास नहीं लेना चाहते, लेकिन ऐसा करना ही उनका अंतिम निर्णय है। मो फराह लम्बी दौड़ की प्रतियोगियातों में मो फराह का बहुत बड़ा नाम है। रियो ओलंपिक में उन्हें दोगुनी ख़ुशी मिली जब उन्होंने पुरुषों की 5,000 मीटर और 10,000 मीटर दौड़ जीती। लंदन ओलंपिक्स 2012 में उन्होंने ये दो स्वर्ण पदक जीतनेवाले पहले अंग्रेज़ खिलाडी बने। ऐसा कर के उन्होंने अफ्रीका का रिकॉर्ड तोडा। इस 33 वर्षीय खिलाडी ने 2017 के विश्व चैंपियनशिप के बाद खेल से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है। इसका मतलब वें टोकयो ओलंपिक्स 2020 का हिस्सा नहीं बनेंगे। राफेल नडाल राफेल नडाल को किसी परिचय की ज़रूरत नहीं है।नडाल टेनिस के महानतम खिलाडी हैं और वें ओलम्पिक में भी बहुत कामयाब रहे हैं। साल के अधिकतम समय नडाल चोटिल थे, लेकिन फिर भी उन्होंने वापसी करते हुए अपना दूसरा ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता। नडाल ने पुरुषों के डबल मुकबकले में मार्क लोपेज़ के साथ मिलकर स्वर्ण जीता। सिंगल इवेंट में वें कांस्य पदक जीतने के करीब आएं थे लेकिन जीत नहीं पाएं। सेमीफाइनल में उन्हें पोर्टो के जॉन मार्टिन और कांस्य पदक मैच में उन्हें के निशिकोरी ने हराया। नडाल के लिए सबसे अच्छा ओलंपिक बीजिंग 2008 था, जहाँ पर उन्होंने पुरुषों के सिंगल मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता। वहां से उन्होंने टेनिस जगत में अपनी जगह पक्की की। इस 30 वर्षीय स्पेनिश खिलाडी हमेशा चोट से झुझता रहा है और इसलिए टोकयो ओलंपिक्स 2020 में इनके हिस्सा लेने की संभवना कम है। तामिका कैचिंग्स बास्केटबॉल के खेल में USA का दबदबा रहता है और खासकर महिलाओं के खेल में। तामिका कैचिंग्स एक बेहतरीन बास्केटबॉल खिलाडी हैं और उन्होंने इसका सबूत अपनी टीम को रियो ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक जीतवा कर दिया। अपनी टीम के साथ वें पिछले 10 सालों से जुडी है और उन्होंने एथेंस ओलंपिक्स 2004, बीजिंग ओलंपिक्स 2008 और लंदन ओलंपिक्स 2012 में स्वर्ण पदक जीता। ईस 37 वर्षीय खिलाडी ने खेल से सन्यास लेने की घोषणा की है। रोबर्ट स्कीइड भले ही रियो ओलंपिक्स 2016 में रोबर्ट स्कीइड का प्रदर्शन अच्छा न रहा हो, लेकिन फिर भी उनका नाम इतिहास के पन्नो में दर्ज होगा। अपने ओलंपिक करियर में उन्होंने लेज़र और स्टार श्रेणी सेलिंग की है और 6 ओलंपिक खेलों में 5 पदक जीते हैं। 1996 के एटलांटा ओलम्पिक और 2004 के एथेंस ओलंपिक लेज़र सेलिंग में उन्हें गोल्ड मिला था, 2000 के सिडनी ओलंपिक में उन्हें रजत मिला था। 2008 के बीजिंग ओलंपिक में स्टार सेलिंग में रजत पदक और 2012 के लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक मिला था।भले उन्हें रियो में कोई पदक नहीं मिला, लेकिन फिर भी वें ब्राज़ील के सबसे बड़े ओलंपियन हैं। 43 वर्षीय रोबर्ट स्कीइड अपने करियर के आखरी दौर में हैं और शायद वें टोकयो ओलंपिक में हिस्सा न लें। लेखक: आकाश सिल्लनकी, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी