बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों का आधिकारिक शुभारंभ भव्य ओपनिंग सेरेमनी के साथ किया गया और 72 देशों और क्षेत्रों की टीमों के हजारों खिलाड़ियों ने खेल भावना से इन गेम्स में प्रदर्शन का वायदा किया। 22वें कॉमनवेल्थ खेलों की ओपनिंग सेरेमनी में रंगारंग प्रस्तुतियां दी गईं। बर्मिंघम के इतिहास से लेकर आधुनिकता के प्रमाण दिखाते हुए इन खेलों को शुरु किया गया। भारत की ओर से बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने राष्ट्रीय ध्वज पकड़ते हुए भारतीय दल का नेतृत्व स्टेडियम के अंदर किया। इस बार के कॉमनवेल्थ खेल ऐतिहासिक हैं क्योंकि पहली बार महिला एथलीटों की स्पर्धाओं की संख्या पुरुष एथलीटों की तुलना में ज्यादा है।
बर्मिंघम के ऐलेग्जेंडर स्टेडियम में हुए समारोह में नाइजीरिया के ड्रमर अब्राहम पैडी ने अपने ड्रम की ताल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इसके बाद भारतीय मूल की गायिका रंजना घाटक ने अपने सुरों से समा बांधा और इन खेलों की डायवर्सिटी से सभी को रूबरू करवाया। मूल रूप से पाकिस्तान की रहने वाली नोबल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत किया। तालिबानी हमले के बाद मलाला को इलाज के लिए यहीं लाया गया था और उनका परिवार अब बर्मिंघम में ही निवास करता है।
कार्यक्रम में बर्मिंघम के आम नागरिकों के जीवन को दर्शाया गया। कार्यक्रम का आकर्षण रहा Raging Bull, जो 10 मीटर ऊंचे एक बुल का मैकेनिकल मॉडल था जिसे महिला आर्टिस्ट खींचती दिखाई गई। ये प्रतीक था औद्योगिक क्रांति के समय का जब बर्मिंघम समेत इंग्लैंड में महिलाएं मोटी-मोटी चेन बनाया करती थीं।
इन महिला मजदूरों को उस जमाने में काम के हिसाब से तनख्वाह न के बराबर मिलती थी। ऐसे में साल 1910 में महिलाओं ने सभी पाबंदिया तोड़ी और बराबर और अच्छी तनख्वाह के लिए आंदोलन किया। इसी को दर्शाते हुए इस बुल को प्रदर्शित किया गया। हर कोई इस लाजवाब आकृति को देखकर हैरान था।
इसके अलावा कारों के निर्माण के लिए मशहूर बर्मिंघम की आम जनता में से चुने हुए लोग अपनी कारें लेकर स्टेडियम के अंदर आए और इंग्लैंड के ध्वज की आकृति बनाई। इसके आखिर में ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स खुद अपनी कार चलाते हुए स्टेडियम के अंदर आए, साथ में उनकी पत्नी प्रिसेंज कैमिला भी थीं। प्रिंस चार्ल्स के आते ही स्टेडियम तालियों से गूंज गया। कार्यक्रम में लेखक विलियम शेक्सपियर समेत इस शहर की मशहूर हस्तियों को भी दर्शाया गया।
इसके बाद परेड ऑफ नेशंस में पिछली बार के मेजबान ऑस्ट्रेलिया के दल के साथ एक-एक कर सभी देशों के खिलाड़ी अपने-अपने राष्ट्रीय ध्वज के साथ आते दिखे। इन कॉमनवेल्थ खेलों में पहली बार महिला एथलीटों की कुल 136 स्पर्धाएं खेली जा रही हैं जबकि पुरुषों में इनकी संख्या 134 है जबकि मिक्स्ड इवेंट में 10 गोल्ड मेडल रहेंगे। महिला टी-20 क्रिकेट को पहली बार इन खेलों में शामिल किया गया है जिससे फैंस में उत्साह और बढ़ गया है।