सवा सौ करोड़ आबादी वाला भारत अभी रियो में चल रहे 24वें ओलंपिक गेम्स में भाग ले रहा है। 1900 ओलंपिक गेम्स में भारत ने पहली बार भाग लिया था, जिसमें सिर्फ एक एथलीट नॉर्मन प्रिटचार्ड ने देश का प्रतिनिधितिव किया था। एथलेटिक्स स्पर्धा में उन्होंने दो रजत पदक जीते थे। हालांकि, भारत ने 2016 रियो ओलंपिक्स से पहले कभी भी इतने विभिन्न स्पर्धाओं में भाग नहीं लिया था। रियो में भारत का सबसे बड़ा दल हिस्सा ले रहा है, ऐसे में हम उन खेलों के बारे बताने जा रहे हैं, जिसमें भारत ओलंपिक्स में डेब्यू कर रहा है : गोल्फ ओलंपिक्स यानी रियो ओलंपिक्स में 112 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद इस खेल की वापसी हुई है। 1900 ओलंपिक्स में पहली बार आउटडोर गेम का शुभारंभ हुआ था और दूसरी बार 1904 में यह खेल खेला गया। हालांकि, कुछ असहमतियों के कारण 1904 ओलंपिक्स के बाद यह खेल हटा दिया गया। कोपेनहेगेन में अक्टूबर 2009 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) सत्र के बाद शीर्ष समिति ने 2016 रियो ओलंपिक गेम्स में इस खेल की वापसी कराने का फैसला किया। 2016 रियो ओलंपिक में भारत की ओर से पहली बार किसी एथलीट ने गोल्फ में भाग लिया है। पुरुष वर्ग में दो प्रतिभागी जबकि महिला वर्ग में सिर्फ एक प्रतिभागी देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। अनिर्बान लाहिरी और शिव चौरसिया 11 अगस्त से शुरू होने वाली पुरुष गोल्फ स्पर्धा में भाग लेंगे जबकि अदिति अशोक महिला गोल्फ प्रतियोगिता में पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। रियो में महिला गोल्फ का शुभारंभ 17 अगस्त 2016 को होगा। महिला जिमनास्ट महिला जिमनास्ट ओलंपिक खेलों में 88 वर्षों से शामिल है, लेकिन पहली बार किसी भारतीय महिला ने इसमें हिस्सा लिया है। अप्रैल 2016 में दीपा कर्माकर ओलंपिक में जगह पक्की करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बनी थी। उन्होंने भारत का 52 वर्ष पूर्व सूखा खत्म किया। इससे पहले 1964 टोक्यो ओलंपिक्स में भारत की ओर से एथलीट ने जिमनास्ट में क्वालीफाई किया था। कर्माकर ने निराश भी नहीं किया। उन्होंने जिमनास्ट की वॉल्ट स्पर्धा में छठें स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। उनसे भारत को पदक जीतने की उम्मीद है। स्कीट शूटिंग शूटिंग ओलंपिक गेम्स के लिए भारत का महत्वपूर्ण खेल बन चुका है। राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 2004 एथेंस गेम्स में पुरुष की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता था और इसके बाद से इस खेल में शूटरों की संख्या बढ़ी है। अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक्स में राठौर के रिकॉर्ड से बेहतर प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता था। रियो ओलंपिक्स से पहले एक ऐसा वर्ग भी था जिसमें भारत ने कभी भी प्रतिनिधित्व नहीं किया था। मेराज अहमद खान ने परिस्थिति का लाभ उठाया और ओलंपिक गेम्स इस स्कीट शूटिंग के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने पिछले वर्ष सितंबर में लोनाटो में आईएसएसएफ शॉटगन वर्ल्ड कप में क्वालिफिकेशन जीती थी। 40 वर्षीय शॉटगन शूटर पहली बार ओलंपिक्स में भाग ले रहे हैं। पुरुष स्कीट स्पर्धा की शुरुआत 12 अगस्त 2016 को होगी। मानद उल्लेख भारतीय महिला हॉकी टीम ने 1980 के बाद ओलंपिक्स में पहली बार शिरकत की। हॉकी वर्ल्ड लीग में लगातार दमदार प्रदर्शन के बाद भारतीय महिलाओं ने मैदान पर भी पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। एक और वर्ग जहां भारत ने वापसी की, वह रेसलिंग की ग्रीको-रोमन वर्ग है। हरदीप सिंह और रविंदर खत्री इसमें हिस्सा ले रहे हैं। जेएसडब्लू स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम के रेसलर हरदीप 2009 में फ्रीस्टाइल छोड़कर ग्रीको-रोमन में आ गए थे, लेकिन उनके पास अच्छा खासा अनुभव है और वह पदक के उम्मीद्वार भी हैं। जूडोका अवतार सिंह रियो 2016 में जूडो में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले खिलाड़ी होंगे। इससे पहले अकरम शाह ने 2004 ओलंपिक्स में हिस्सा लिया था। जेएसडब्लू स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम से समर्थन प्राप्त करने वाले सिंह से ब्राजील में पदक की उम्मीद है। उनकी कोशिश पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित करने की होगी।