शूटिंग ओलंपिक गेम्स के लिए भारत का महत्वपूर्ण खेल बन चुका है। राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 2004 एथेंस गेम्स में पुरुष की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता था और इसके बाद से इस खेल में शूटरों की संख्या बढ़ी है। अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक्स में राठौर के रिकॉर्ड से बेहतर प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता था। रियो ओलंपिक्स से पहले एक ऐसा वर्ग भी था जिसमें भारत ने कभी भी प्रतिनिधित्व नहीं किया था। मेराज अहमद खान ने परिस्थिति का लाभ उठाया और ओलंपिक गेम्स इस स्कीट शूटिंग के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने पिछले वर्ष सितंबर में लोनाटो में आईएसएसएफ शॉटगन वर्ल्ड कप में क्वालिफिकेशन जीती थी। 40 वर्षीय शॉटगन शूटर पहली बार ओलंपिक्स में भाग ले रहे हैं। पुरुष स्कीट स्पर्धा की शुरुआत 12 अगस्त 2016 को होगी।