वीरेन रासकिन्हा ने भारत की ओर से एथेंस ओलंपिक्स में हिस्सा लिया और उन्हें 7 वां स्थान हासिल हुआ। उनके 6 साल के करियर में उन्होंने करीब 180 मैच खेले और फिर एक दिन इसे दूर होने का निर्णय करते हुए उन्होंने हैदराबाद के इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नस से MBA करने के निर्णय किया। खेल की दुनिया में यहाँ से बदलाव शुरू हुआ। अपनी पढाई पूरी कर के वीरेन रासकिन्हा ने प्रकाश पादुकोणे और गीत सेठी के साथ मिककर ओलिंपिक गोल्ड क्वेस्ट नामक संस्था शुरू की। ये संस्था ज़रूरतमंद खिलाडियों को सहायता देती है। इससे करीब 100 खिलाडी जुड़े हुए हैं और उनमें से कई इस साल अगस्त में रियो ओलंपिक्स में भी हिस्सा लेंगे।