बिलियर्ड खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने अपने नाम कई उपलब्धियां दर्ज कर रखी हैं। उनके बारे में रोचक तथ्य पढ़ना काफी रुचिकर है। महज 6 वर्ष की उम्र में अपने पिता की मृत्यु के बाद पंकज को उनके बड़े भाई डॉ। श्री आडवाणी ने बिलियर्ड से परिचय कराया। श्री काफी मशहूर स्पोर्ट और परफॉरमेंस साइकोलोजिस्ट हैं। आडवाणी के कोच अरविंद सावुर ने उन्हें पहली बार रिजेक्ट कर दिया था क्योंकि वह काफी छोटे कद के थे। मगर बाद में उन्होंने इस पर ध्यान नहीं देते हुए अपनी निगरानी में पंकज को ट्रेनिंग दी। पंकज ने 12 वर्ष की उम्र में अपना पहला ख़िताब जीता और फिर आगे चलकर कई रिकॉर्ड स्थापित किये। 18 की उम्र में पंकज ने चीन में आईबीएसएफ वर्ल्ड स्नूकर चैंपियनशिप जीती और ऐसा करने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बने। आडवाणी ने 2005 में माल्टा में आईबीएसएफ वर्ल्ड बिलियर्ड चैंपियनशिप का खिताब जीता और वह पहले खिलाड़ी बने जिन्होंने समय और अंक दोनों के आधार पर मुकाबले जीते। यही उपलब्धि उन्होंने बैंगलोर में 2008 में दोबारा दोहराई। आडवाणी ने 2014 से प्रो स्नूकर से संन्यास लिया क्योंकि वह बिलियर्ड्स पर अपना पूरा ध्यान लगाना चाहते थे। काफी लोकप्रियता हासिल कर चुके पंकज पर बायोपिक अवश्य बनाई जा सकती है।