पूरी दुनिया में शरणार्थियों को लेकर खूब चर्चा हुई। जो दिल को छू लेने वाली रही। लेकिन ये सब शरणार्थियों के दुखों को खत्म करने को नाकाफी हैं। रियो में इन शरणार्थियों को लेकर एक अहम फैसला हुआ। उन्हें ओलम्पिक में आईओए के झंडे के तहत खेलने का मौका दिया गया। मरकाना स्टेडियम में जब रिफ्यूजी टीम ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया। तो काफी जोरशोर से उनका स्वागत हुआ। अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक कमिटी ने एक एतिहासिक निर्णय लेते हुए एक रिफ्यूजी टीम का चयन किया। जिसे ब्राज़ील के साथ-साथ हर किसी का बेहतरीन रिस्पांस मिला। इस टीम में 10 एथलीट शामिल किये गये। जेम्स चेंगजिक, येईस बील, पाउलो लोकोरो, योनस किंडे, रोज लोकोंयेन, पोपोले मिसेंगा, योलैंड मबिका, रामी अनीस और युसरा मर्दिनी ने इस टीम की तरफ प्रतिभाग किया। यद्यपि इस टीम को एक भी मैडल नहीं मिला, फिर भी इन 10 एथलीटों ने दुनिया भर में काफी सहानुभूति हासिल की।