समाचार एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार, लोवचेव ने 2015 विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। दिसम्बर के अंत में लोवचेव को डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन के कारण किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पर अस्थाई प्रतिबंध लगा दिया गया था। हॉस्टन में हुए विश्व चैम्पियनशिप के दौरान लिए गए उनके मूत्र के 'ए' नमूने में हार्मोन के उत्पाद को बढ़ाने वाले पदार्थ 'इपामोरेनिल' की मात्रा पाई गई थी। इसके बाद उनके 'बी' नमूने का परिणाम भी पॉजीटिव आया था। लोवचेव ने मंगलवार को कहा, "कल (सोमवार) मुझे आईडब्ल्यूएफ से चार वर्ष के प्रतिबंध के संबंध में अधिसूचना प्राप्त हुई।" उन्होंने यह भी बताया कि वह लुसाने स्थित खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में इस फैसले को चुनौती देंगे। लोवचेव ने कहा, "मैं आईडब्ल्यूएफ के फैसले से असहमत हूं। मैं अपने वकील के साथ सीएएस में इस फैसले के खिलाफ अपील करूंगा। हमारे पास ऐसा करने के सभी कारण हैं।" आईडब्ल्यूएफ ने लोवचेव के मामले में बुडापेस्ट में 25-26 अप्रैल को सुनवाई की थी। --आईएएनएस