23 सितंबर 2023 के दिन आधिकारिक तौर पर 19वें एशियन गेम्स की शुरुआत चीन के हांगझाओ में होगी। 2022 में इन खेलों का आयोजन किया जाना था लेकिन कोविड-19 के संक्रमण का हवाला देते हुए चीन ने इन खेलों की मेजबानी एक साल आगे बढ़ा दी। एशियाड के नाम से मशहूर इन खेलों को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की मान्यता प्राप्त है और ओलंपिक खेलों के बाद इन्हें विश्व का दूसरा सबसे बड़ा खेल आयोजन माना जाता है। आपको बताते हैं 2023 के इन खेलों से जुड़ी खास बातें -
1) तीसरी बार चीन में आयोजन
यह तीसरा मौका है जब चीन इन खेलों का आयोजन कर रहा है। साल 1990 में चीन की राजधानी बीजिंग को मेजबानी का मौका मिला था। इसके बाद 2010 में ग्वांगझोउ ने खेलों का आयोजन किया और अब हांगझोउ में खेल आयोजित किए जा रहे हैं। थाईलैंड और दक्षिण कोरिया ही चीन के अलावा दो ऐसे देश हैं जो तीन बार इन खेलों की मेजबानी कर चुके हैं।
2) खास है खेलों का प्रतीक चिन्ह
हांगजोउ खेलों के लिए Emblem यानि प्रतीक चिन्ह को काफी सोच समझ कर तैयार किया गया है। इसके Surging Tides नाम दिया गया है। यह चीन में मशहूर हाथ के पंखे के साथ ही दौड़ के ट्रैक के समान दिखाई देता है। साथ ही चीन की मशहूर कियान्तांग नदी और रेडियो वेव को भी दर्शाता है।
3) तीन शुभंकर
एशियन गेम्स 2022 (2023 का आयोजन) के लिए एक नहीं बल्कि तीन-तीन मैस्कॉट यानि शुभंकर रखे गए हैं। यह तीन रोबोट हैं जिनका नाम कोंगकोंग, चेनचेन और लियांग-लियांग है। इन्हें जियांगनान यी यानि (Memories of Jiangnan) 'जियांगनान की यादें ' के रूप में जाना जाता है। यह चीन के मशहूर तांग साम्राज्य की याद दिलाते हैं। इनका नाम इसी साम्राज्य के कवि बाई जुई की एक कविता के आधार पर रखा गया है। यह तीन रोबोट खेलों में शांति, इच्छाशक्ति और दोस्ती के प्रतीक के रूप में देखे जा रहे हैं।
4) ब्रेक डांस से लेकर ई-स्पोर्ट्स जैसे खेल
इस बार के एशियन गेम्स खेलों के लिहाज से काफी खास होने वाले हैं। कुल 40 खेलों में 61 स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा। इनमें 28 ओलंपिक स्पोर्ट तो हैं हीं, साथ ही इन खेलों में इस बार बेसबॉल, सॉफ्टबॉल, कराटे और स्पोर्टक्लाइम्बिंग के खेलों को अलग से शामिल किया गया है। यही नहीं इस बार ई-स्पोर्ट्स और ब्रेक डांसिंग को भी खेलों में जगह मिली है और इन अद्भुत और अलग तरह के खेलों को इतने बड़े मंच पर देखना दर्शकों के लिए विशेष अनुभव होगा। साथ ही इस बार क्रिकेट का खेल भी एशियन गेम्स में दर्शकों को रोमांचित करेगा।
5) रूस और बेलारूस नहीं लेंगे हिस्सा
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बाद से ही रूस के ऊपर दुनियाभर के खेल संघों ने तरह-तरह के बैन लगाए। रूस का समर्थन करने वाले बेलारूस के खिलाड़ियों पर भी कई खेलों में बैन लगा। एशियन गेम्स में भी काफी लंबे समय तक इन दो देशों के भाग लेने की बात चल रही थी। इस साल जनवरी में एशियाई ओलंपिक समिति ने दोनों देशों के खिलाड़ियों के एशियन गेम्स में भाग लेने की संभावना जताई ताकि 2024 ओलंपिक खेलों के लिए क्वालिफाई करने में इन दो देशों के खिलाड़ियों को मदद मिले, लेकिन हाल ही में यह साफ हो गया कि 'तकनीकी दिक्कतों' के कारण रूस और बेलारूस इन खेलों का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।
6) 9 खेलों से ओलंपिक का टिकट
2024 में पेरिस में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन होना है। हांगझोउ एशियन गेम्स के जरिए 9 ओलंपिक खेलों के लिए खिलाड़ियों को क्वालिफिकेशन का मौका मिलेगा। तीरंदाजी, आर्टिस्टिक स्विमिंग, बॉक्सिंग, ब्रेक डांसिंग, हॉकी सेलिंग, टेनिस, पेन्टाथलॉन और वॉटर पोलो के खेलों के लिए पेरिस ओलंपिक का टिकट खिलाड़ी पा सकेंगे।