दिग्गज भारतीय टेबल टेनिस खिलाडी अंचता शरत कमल ने एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भारतीय टीम टेबल टेनिस में चीन को छोड़कर किसी भी टीम को हराने का माद्दा रखती है। उन्होंने कहा कि हमारी टीम अब पहले से काफी बेहतर हो गई है। शरत कमल ने कहा कि एशियन गेम्स में मेडल जीतने के बाद वो शांति से संन्यास ले सकते हैं लेकिन वो ऐसा करेंगे नहीं क्योंकि टीम को विश्वास हो गया है कि वो वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी मेडल जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपना दिन होने पर चीन को छोड़कर हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं। हमने भले ही ब्रॉन्ज मेडल जीता हो लेकिन लगता है कि गोल्ड मेडल मिल गया हो। मैं कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल भी जीत चुका हूं लेकिन एशियन गेम्स में मेडल की खुशी बयां नहीं की जा सकती है। मेरी पत्नी का कहना है कि अब मैं संन्यास ले सकता हूं और परिवार के साथ समय बिता सकता हूं। भारत के कोच ने कहा कि चीन के अलावा सभी टीम टीमें भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों से अब डरने लगी हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि अगर भारत के खिलाड़ी उन्हें व्यक्तिगत स्पर्धा में हरा सकते हैं तो कहीं भी हरा सकते हैं। यहां तक कि चीन के भी खिलाड़ी उन्हें हल्के में नहीं लेते हैं। शरत कमल ने भारतीय खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन की वजह ज्यादा टूर्नामेंट को बताया। उन्होंने कहा कि अब हम औसतन हर साल 12-14 इवेंट में हिस्सा लेते हैं। पहले 5 या 6 टूर्नामेंट ही होते थे। एशियन गेम्स से पहले 23 भारतीय खिलाड़ियों ने कोरिया ओपन में हिस्सा लिया था। गौरतलब है शरत कमल और मनिका बत्रा की जोड़ी ने एशियन गेम्स के मिक्सड डबल्स में कांस्य पदक जीता है। वहीं पुरुष टीम ने भी इससे पहले कांस्य पदक अपने नाम किया था।