विश्व चैंपियन भारोत्तोलक (वेटलिफ्टर) और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी मीराबाई चानू ने 18 अगस्त से शुरु होने वाले एशियन गेम्स से अपना नाम वापस ले लिया है। चोट की समस्या से जूझ रही मीराबाई चानू ने ओलंपिक क्वालीफायर की तैयारियों के मद्देनजर ये फैसला लिया। मणिपुर की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या थी। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने ट्रेनिंग शुरु कर दी थी लेकिन उनका दर्द और बढ़ गया। इससे पहले मुख्य कोच विजय शर्मा ने स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में कहा था कि मीराबाई चानू को एशियन गेम्स में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। इसके बाद मीराबाई चानू ने इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन को पत्र लिखकर आराम देने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि वो ओलपंकि क्वालीफार की तैयारियों के लिए एशियन गेम्स में नहीं खेलना चाहती हैं।
गौरतलब है मीराबाई चानू ने इसी साल गोल्ड कोस्ट, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा पिछले साल नवंबर में विश्व चैंपियनशिप में 48 किलो भारवर्ग में भी उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। उन्हें भारत सरकार के प्रतिष्ठित पद्म श्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनके एशियन गेम्स से नाम वापस लेने से भारतीय टीम को करारा झटका लगा है। हालांकि इससे भारतीय फैंस को निराशा जरूर हाथ लगी है लेकिन मीराबाई की चोट को देखते हुए ये एक अच्छा फैसला है, क्योंकि अगर वो पीठ दर्द के साथ खेलती तो शायद अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पातीं। इसके अलावा उनके चोट के और ज्यादा गहरी होने की आशंका बढ़ जाती और ओलंपिक क्वालीफायर से भी बाहर होने का खतरा रहता।