भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और मुक्केबाज लोवलीना बोर्गोहीन 19वें एशियन गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी में भारतीय ध्वजवाहक होंगे। चीन के हांगझाओ में 23 सितंबर को आधिकारिक तौर पर इन खेलों की शुरुआत होगी। इस बार भारत की ओर से 40 स्पर्धाओं में 650 से अधिक खिलाड़ियों का बड़ा दल इन खेलों में हिस्सा ले रहा है।
क्यों चुने गए हरमन और लोवलीना
हरमनप्रीत सिंह मौजूदा समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग-फ्लिक खिलाड़ियों में शामिल हैं। 2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम को कांस्य पदक दिलाने में हरमनप्रीत ने अहम भूमिका निभाई थी। तब हरमनप्रीत ने भारत के लिए सर्वाधिक 6 गोल दागे थे। पिछले साल बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय टीम का भी वह हिस्सा रहे। वहीं लोवलीना बोर्गोहीन साल 2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने में कामयाब रहीं थीं। हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में लोवलीना ने गोल्ड मेडल जीता और पिछले साल वह एशियन चैंपियन भी बनीं। हरमनप्रीत और लोवलीना, दोनों से ही फैंस को इस बार गोल्ड की उम्मीद है।
एशियन गेम्स में इस बार कुछ स्पर्धाओं की शुरुआत 19 सितंबर से ही हो चुकी है। 23 सितंबर को हांगझाओ ओलंपिक स्पोर्ट्स सेंटर स्टेडियम में ओपनिंग सेरेमनी आयोजित होगी। इसी स्टेडियम में 8 अक्टूबर के दिन खेलों का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा।
ये रहे हैं ध्वजवाहक
पिछले एशियन गेम्स में जैवलिन थ्रो ऐथलीट और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ओपनिंग सेरेमनी में भारत के ध्वजवाहक रहे थे। समापन समारोह में महिला हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल ने तिरंगा थामा था। साल 2014 के एशियाई खेलों में पूर्व हॉकी टीम कप्तान सरदार सिंह को ओपनिंग सेरेमनी में ध्वजवाहक बनने का मौका मिला था। 2010 में चीन के गुआंगझाओ में हुए खेलों में शूटर और ओलंपिक मेडलिस्ट गगन नारंग ध्वज वाहक थे। पूर्व में पीटी ऊषा और धनराज पिल्लै जैसे खिलाड़ी भी एशियाड में भारत का झंडा थाम दल के आगे चल चुके हैं।