भारतीय एथलीटों का दल चीन के हांगझाओ में हो रहे एशियन गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी का हिस्सा नहीं बनेगा। 23 सितंबर के दिन हांगझाओ के स्पोर्ट्स पार्क स्टेडियम में ओपनिंग सेरेमनी के जरिए आधिकारिक रूप से 19वें एशियन गेम्स की शुरुआत होगी। अरुणाचल प्रदेश की तीन वूशू खिलाड़ियों को चीन द्वारा वीजा नहीं दिए जाने के कारण भारत ने यह बड़ा फैसला लिया है । इतना ही नहीं, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी चीन की अपनी प्रस्तावित यात्रा को रद्द कर दिया है। भारत ने ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया में भी वीजा के मुद्दे पर अपना विरोध दर्ज करवाया है।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान के जरिए चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कुछ खिलाड़ियों को निशाना बनाए जाने की निंदा की और अनुराग ठाकुर के चीन दौरे के रद्द होने का ऐलान किया। गौरतलब है कि भारत की तीन वुशू खिलाड़ियों को एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए चीन की ओर से वीजा नहीं दिया गया। चीन पूर्व में भी अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता रहा है और यहां के नागरिकों को वीजा नहीं जारी करता। चीन की इस हरकत के कारण तीनों वूशू खिलाड़ी खेलों में भाग लेने चीन नहीं जा पाएंगी।
पहले भी हुआ है बॉयकॉट
वैसे चीन की ओर से इस तरह की हरकत पहली बार नहीं हुई है। जून 2020 में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हाथापाई में कई जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद साल 2022 के बीजिंग विंटर ओलंपिक से ठीक पहले खबर आई कि गलवान घाटी हादसे में शामिल एक चीनी जवान को ओपनिंग सेरेमनी का हिस्सा बनाया जाएगा, तो भारत ने उन खेलों की ओपनिंग सेरेमनी का बॉयकॉट भी किया था।
आधिकारिक रूप से इस एशियाड का आयोजन 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक होगा। भारत की ओर से इस बार 40 स्पर्धाओं में 650 के करीब ऐथलीटों का दल भाग ले रहा है। यह एशियाड में भेजा गया सबसे बड़ा भारतीय दल है।