भारत के टेनिस खिलाड़ी रामनाथन रामकुमार और साकेत मयनेनी की जोड़ी ने हांगझाओ एशियन गेम्स 2023 में सिल्वर मेडल हासिल किया है। टेनिस में पुरुषों की डबल्स स्पर्धा के फाइनल में रामनाथन-साकेत की जोड़ी को चीनी ताइपे की जोड़ी के हाथों सीधे सेटों में 6-4, 6-4 से हार मिली। पिछले एशियाई खेलों में रोहन बोपन्ना और द्विज शरण ने इस स्पर्धा में भारत को गोल्ड दिलाया था।
टेनिस का खेल पहली बार साल 1958 के एशियाड में शामिल किया गया था और इसके बाद से ही हर संस्करण में यह एशियन गेम्स का हिस्सा रहा है। भारत को 19वें एशियन गेम्स से पहले तक टेनिस में 9 गोल्ड, 6 सिल्वर, 17 ब्रॉन्ज समेत कुल 32 पदक मिले हैं। इनमें से साल 2006 के दोहा खेलों में भारत ने टेनिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। लिएंडर पेस ने 1994 के एशियन गेम्स में पुरुष एकल का कांस्य पदक जीता था और यह टेनिस में भारत का पहला एशियाड मेडल था। इसी साल पेस और गौरव नाटेकर ने पुरुष डबल्स में भारत को गोल्ड दिलाया था।
स्क्वॉश में फाइनल का मौका छूटा
स्क्वॉश में भारत की महिला टीम को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। जोशना चिनप्पा, तन्वी खन्ना, अनाहत सिंह की तिकड़ी सेमीफाइनल में हांगकांग की टीम से 2-1 से हार गईं। भारतीय टीम के लिए इकलौता मैच जोशना ने जीता जबकि अनाहत और तन्वी को मात खानी पड़ी।
पिछले दो एशियाड में भारतीय टीम को सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ था जबकि साल 2010 के खेलों में भी टीम ब्रॉन्ज जीतने में कामयाब रही थी। पुरुष टीम स्पर्धा के सेमीफाइनल में भारत का सामना मलेशियाई टीम से होगा। यहां भी भारत का एक पदक पक्का है लेकिन भारतीय फैंस गोल्ड की उम्मीद कर रहे हैं। 1 अक्टूबर से स्क्वॉश में एकल और डबल्स के मुकाबले खेले जाएंगे और यहां से भी भारत को कुछ अन्य पदक मिल सकते हैं।