Medal Hope in Rowing : पेरिस ओलंपिक के दूसरे दिन भारत के लिए काफी अच्छी खबर सामने आई है। रोईंग में बलराज पंवार ने जबरदस्त कारनामा किया है। उन्होंने मेंस सिंगल्स स्कल्स के रेपचेज राउंड में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया। बलराज पंवार ने क्वार्टरफाइनल में जगह बनाकर मेडल की उम्मीद जगा दी है। वह 07:12.41 की टाइमिंग के साथ रेपचेज राउंड में दूसरे पायदान पर रहे।
बलराज पंवार की बात करें तो रेपचेज राउंड में पहला 1000 मीटर 3:33.94 सेकेंड में पूरा किया। इसी वजह से वो दूसरे स्थान पर रहे। अब बलराज पंवार क्वार्टरफाइनल में हिस्सा लेंगे। नौकायन का क्वार्टरफाइनल मुकाबला 30 जुलाई को 1:40 PM पर आयोजित होगा। तब बलराज पंवार के पास इतिहास रचने का मौका रहेगा। रोईंग में भारत का का कोई इतिहास नहीं रहा है। ऐसे में अगर बलराज पंवार मेडल जीतते हैं तो फिर पूरे देश के लिए यह काफी ऐतिहासिक लम्हा होगा।
बलराज पंवार की कहानी काफी संघर्ष भरी रही है। बहुत कम उम्र में ही पिता का साया उनके सिर से उठ गया था। इसके बाद परिवार का भरण-पोषण करने के लिए उन्होंने आर्मी को ज्वॉइन किया।इसके बाद उन्हें पता चला कि आर्मी ज्वॉइन करने के चार साल के अंदर ही वह रोईंग में ओलंपिक प्रतिनिधित्व करने वाले पहले भारतीय होंगे।
बलराज पंवार एशियन गेम्स में चौथे नंबर पर रहे थे
बलराज पंवार के करियर की अगर बात करें तो साल चीन में हुए एशियन गेम्स में वह चौथे स्थान पर रहे थे और कोरिया में एशियाई तथा ओसियाना ओलंपिक क्वालीफिकेशन रेगाटा में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। बलराज पंवार हरियाणा के कैमला गांव के एक भारतीय नाविक हैं। अब उनके पास नौकायन के खेल में इतिहास रचने का मौका है। अगर वह मेडल जीतते हैं तो ना केवल उनके लिए बल्कि पूरे भारत के लिए काफी ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।
अगर हम अन्य इवेंट्स की बात करें तो भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू ने आज अपना पहला मैच खेला। उन्होंने अपने पहले ही मुकाबले में मालदीव की खिलाड़ी को बुरी तरह हरा दिया। इसके अलावा लक्ष्य सेन भी मेंस सिंगल्स में अपना पहला मैच जीत चुके हैं। सात्विकसाईं राज और चिराग शेट्टी की जोड़ी भी अगले दौर में जगह बना चुकी है।