11 दिनों की खेल गतिविधियों के बाद आखिरकार 2022 बर्मिंघम गेम्स का रंगारंग समापन हो गया। गीतों, डांस, आतिशबाजी से भरी हुई क्लोजिंग सेरेमनी में बर्मिंघम शहर की कहानी दिखाते हुए अलविदा कहा गया। 22वें कॉमनवेल्थ खेलों की समाप्ति पर 2026 में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में होने वाले खेलों के लिए कॉमनवेल्थ फेडरेशन का झण्डा अगली आयोजन समिति को सौंपा गया।
भांगड़ा ने बांधा समा
समापन समारोह में बर्मिंघम शहर की झलक दिखाते हुए औद्योगिक क्रांति के बाद आई तरक्की को दर्शाया गया। बर्मिंघम में पहले विश्व युद्ध के बाद पीकी ब्लाइंडर्स नाम से एक गैंग ने काफी आतंक मचाया था जिससे बारे में एक टीवी सीरीज भी मशहूर है।
उस गैंग के संबंध में भी रोचक प्रस्तुति कलाकारों ने दी। भाग लेने वाले देशों के खिलाड़ियों ने अपने देश के ध्वज के साथ मार्च किया। भारत की ओर से क्लोजिंग सेरेमनी में निखत जरीन और शरत कमल ध्वजवाहक बने। राज परिवार के सदस्य प्रिंस एडवर्ड ने आधिकारिक रूप से खेलों की समाप्ति की घोषणा की।
पदक तालिका में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा
हर बार की तरह इस बार भी कॉमनवेल्थ खेलों में ऑस्ट्रेलिया ने पदक तालिका टॉप की। 67 गोल्ड, 57 सिल्वर और 54 ब्रॉन्ज के साथ ऑस्ट्रेलिया ने 178 पदक लेकर पहला स्थान पाया। लेकिन मेजबान इंग्लैड ने भी ऑस्ट्रेलिया को कड़ी टक्कर दी और 57 गोल्ड समेत 176 मेडल के साथ दूसरे नंबर पर रहा। भारत ने 22 गोल्ड, 16 सिल्वर, 23 ब्रॉन्ज के साथ कुल 61 पदक हासिल कर तालिका में चौथा स्थान हासिल किया।
प्रदर्शन के लिहाज से ये भारत के लिए सबसे अच्छ गेम्स रहे क्योंकि भारत ने हर स्पर्धा में पिछली बार से बेहतर खेल दिखाया। लॉन बॉल्स, हाई जम्प पुरुष लॉन्ग जम्प, 10000 मीटर पुरुष और महिला पैदल चाल जैसी स्पर्धाओं में देश ने पहली बार पदक जीते, वहीँ ट्रिपल जम्प में पहली बार गोल्ड हासिल किया। कुश्ती में देश की ओर से गए सभी 12 पहलवानों ने मेडल हासिल किया, तो वेटलिफ्टिंग में देश ने पदकों की बौछार कर दी। शूटिंग के खेल के न होने का कोई भी असर भारतीय पदक तालिका पर नहीं पड़ा।