कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया और कनाडा अपने एथलीट टोक्यो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में नहीं भेजेगा। दोनों देशों की ओलम्पिक समिति ने अलग-अलग बयानों में इस बारे में जानकारी दी। दोनों देशों ने यह भी मांग की है कि इन खेलों को 2021 तक के लिए स्थानांतरित किया जाए।
कनाडा ओलम्पिक समिति ने कहा कि एथलीटों और विश्व समुदाय का स्वास्थ्य ज्यादा अहम है। खेलों को आगे स्थानांतरित करने की मुश्किलों के बीच हम अपने खिलाड़ी नहीं भेज सकते। एथलीटों का ही नहीं, बल्कि जनता का स्वास्थ्य भी काफी अहम है। कनाडा की ओलम्पिक समिति और पैरालम्पिक समिति ने साझा बयान में यह प्रतिक्रिया दी।
ऑस्ट्रेलिया ओलम्पिक के कार्यकारी बोर्ड सदस्यों ने टेलीकॉन्फ्रेंस कर ओलम्पिक में अपने खिलाड़ी नहीं भेजने का निर्णय लिया। उनकी तरफ से बयान आया कि विश्व की मौजूदा हालत को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया के एथलीट इकठ्ठा नहीं हो पाएंगे। हमारे एथलीटों की प्राथमिकता खुद और आस-पास रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य होना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया ओलम्पिक समिति के सीईओ मैट कैरोल ने कहा कि एथलीटों को टोक्यो ओलम्पिक 2021 में होने के लिए तैयारी करनी चाहिए।
गौरतलब है कि कोरोना के कहर ने दुनिया भर में खेलों को प्रभावित किया है। टोक्यो ओलम्पिक इस साल का सबसे बड़ा खेल इवेंट है और इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गई है। जापान में इसके आयोजन के लिए उत्साह चरम सीमा पर है मगर कोरोना वायरस की वजह से विश्व काफी मुश्किल में है। लाखों लोग इस समय इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और हजारों की संख्या में मौतें हुई है। इस स्थिति में टोक्यो ओलम्पिक का आयोजन होना मुश्किल नजर आता है। समय के साथ विश्व ओलम्पिक संगठन को इस मामले पर निर्णय लेना है। खेलों के रद्द होने की सम्भावना ज्यादा है। अगले साल के लिए ओलम्पिक को आगे भी खिसकाया जा सकता है।