गोल्ड कोस्ट में हो रहे कॉमनवेल्थ खेलो में भारत को पहला पदक मिल गया है। वेटलिफ्टिंग में पी गुरुराज ने भारत को रजत पदक दिलाया। उन्होंने पुरुषों के 56 किलोग्राम वर्ग के फाइनल मुकाबले में कुल 249 किलो भार उठाया। पहले दो कोशिश में असफल होने के बाद उन्होंने 111 किलो और 139 किलो भार उठाया। पदक तालिका में अभी शीर्ष पर बरमूडा की टीम है। भारतीय टीम अभी 1 पदक के साथ तीसरे स्थान पर है। जीत के बाद गुरुराज ने कहा कि पहले दो कोशिश में नाकाम रहने के बाद मेरे कोच ने मुझे बताया कि मेरा जीवन इस पर कितना निर्भर करता है और मेरे लिए इसके क्या मायने हैं। इसके बाद मैंने अपने देश और परिवार को याद किया। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि 2010 के कॉमनवेल्थ खेलो में मैंने सुशील कुमार को रेसलिंग में देखा था। उस वक्त मैंने वेटलिफ्टिंग करना शुरु ही किया था, लेकिन जब मैंने सुशील कुमार को देखा तो मैं रेसलिंग करना चाहता था। इसके बाद मैं अपने कोच राजेंद्र प्रसाद से मिला जिन्होंने मुझे वेटलिफ्टिंग सिखाया। उन्होंने कहा कि अभी तक के इस सफर में उन्हें सभी लोगों का पूरा साथ मिला और आगे भी वो इसी तरह बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने अपने सभी कोचों का आभार प्रकट किया। इस वर्ग का स्वर्ण पदक मलेशिया के मुहम्मद इजहार अहमद ने जीता। उन्होंने कुल 261 किलोग्राम भार उठाया। 144 किलोग्राम उन्होंने बिना किसी जर्क के उठाया। गौरतलब है 4 अप्रैल के कॉमनवेल्थ खेलों की शुरुआत हुई है और रजत पदक के साथ भारत के पदक तालिका की शुरुआत हो गई है। आगे भी भारतीय खिलाडियों से देशवासियों को पदक की काफी उम्मीदें हैं। भारत की तरफ से 218 खिलाड़ी 17 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लें रहे हैं। इन 218 खिलाड़ियों में 115 पुरुष और 103 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। गोल्ड कोस्ट में हो रहे इस कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल मिलाकर 71 देश हिस्सा ले रहे हैं।