गोल्ड कोस्ट में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को आज रेसलिंग से 1 गोल्ड मेडल समेत 4 पदक और मिल गए हैं। बजरंग पूनिया ने गोल्ड मेडल जीता, जबकि पूजा ढांडा और मौसम खत्री ने सिल्वर मेडल और दिव्या काकरन ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। पुरुषों के 65 किलोग्राम फ्री स्टाइल वर्ग में बजरंग पुनिया ने गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने वेल्स के केन करिग को हराया। बजरंग ने टेक डाउन करके 4 अंकों की बढ़त बना ली। इसके बाद एक और दांव लगाकर कुल 8 अंकों की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद उन्होंने वेल्स के खिलाड़ी को कोई भी मौका नहीं दिया और गोल्ड मेडल जीत लिया। वहीं पुरुषों के 97 किलोग्राम फ्री स्टाइल वर्ग में मौसम खत्री को हार का सामना करना पड़ा। फाइनल मुकाबले में उनको दक्षिण अफ्रीका के मार्टिन इरासमस ने हराया। इससे पहले मौसम खत्री ने कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में 2 बार गोल्ड मेडल जीता था। 2011 में मेलबर्न और 2009 में जालंधर में हुए रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। महिलाओं के 57 किग्रा फ्री स्टाइल कैटेगरी में पूजा ढांडा ने रजत पदक दिलाया। उनको फाइनल मुकाबले में नाइजीरिया की ओडुनाया से हार का सामना करना पड़ा। ओडुनाया ने पूजा को दो बार पटखनी देकर बढ़त बना ली और आसानी से मुकाबले को जीत लिया। वहीं दिव्या काकरन ने 68 किलोग्राम कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। उन्होंने बांग्लादेश की शिरीन सुल्ताना को हराकर कांस्य पदक जीता। वहीं टेबल टेनिस में वुमेंस डबल्स में मनिका बत्रा और मौमा दास की जोड़ी को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें सिंगापुर की तियानवेई फेंग और मेंग यु की जोड़ी ने 3-0 से हराया। इसलिए मनिका बत्रा और मौमा दास को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। पदक तालिका में भारत अभी तीसरे नंबर पर है। 162 पदकों के साथ ऑस्ट्रेलिया पहले और 94 पदकों के साथ इंग्लैंड दूसरे पायदान पर है। शीर्ष 5 में कनाडा चौथे और दक्षिण अफ्रीका 5वें पायदान पर है। भारतीय खिलाड़ी लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत को अभी कई सारे मेडल मिल सकते हैं। 14 अप्रैल को कॉमनवेल्थ गेम्स का समापन होगा।