5.Ice Hockey
इस लिस्ट में Ice Hockey खेल का टॉप पांच में आना एकदम स्वभाविक है। ये खेल, दुनिया के बाकी टीम खेलों में से सबसे तेज माना जाता है। ये इतना तेज है, तो जाहिर सी बात है इसमें थकान भी काफी अधिक होती है। आइस हॉकी के 60 मिनट के खेल में एक खिलाड़ी औतसन आधे समय तक भी मैच में नहीं खेल पाता। लगभग हर गेम में खिलाड़ियों को हर एक से डेढ़ मिनट में दूसरे खिलाड़ी से बदल दिया जाता है। ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि इतने समय में कोई भी प्लेयर थक कर चूर हो जाता है।
सिर्फ थकान ही नहीं, पल-पल में कोई न कोई खिलाड़ी चोटिल भी होता है। यही कारण है कि एक टीम में छह खिलाड़ियों वाले इस खेल में टीम को कुल 20 खिलाड़ी शामिल करने पड़ते हैं, ताकि समय-समय पर सब्सिट्यूट किया जा सके। Ice Hockey में होने वाली थकान के कई कारण हैं। इसमें खिलाड़ियों को बर्फ के कोर्ट के ऊपर पूरी तेजी से भागना होता है। सिर्फ भागना ही नहीं, बल्कि तेजी से फिसल रही गेंद पर भी ध्यान देते हुए पास करना होता है। साथ ही विपक्षी खिलाड़ियों द्वारा दिए जाने वाले धक्के से भी खुद को बचाना होता है। Ice Hockey, ‘दौड़ने-रुकने-फिर दौड़ने’ की इस लगातार क्रिया के कारण ही एक मिनट के अंतराल में एक खिलाड़ी को बूरी तरह थकाने वाला एकमात्र खेल है।
Calories burnt/min – 12.52
Sweat loss/min - .04L
Duration - 60 मिनट
4.Skiing
इस सूचि में चौथे स्थान पर है बर्फ की वादियों के बीच खेला जाने वाला खेल स्कीइंग। ठंडे इलाके के इस मशहूर खेल को लोग अक्सर बस एक मौज-मस्ती का क्रिया मानते हैं। ज्यादातर लोगों का मानना है कि पैरों में बूट्स पहन कर और छड़ी हाथों में लेकर बर्फ पर मजे से स्लाइड करने जितने तक ही सीमित है ये क्रया। हालांकि ये धारणा सही नहीं है, क्योंकि स्कीइंग दुनिया के सबसे मुश्किल और बेहद थकाने वाले खेलों में गिना जाता है।
इस खेल की सबसे मुश्किल कड़ी है कि ये असामान्य वातावरण में खैला जाता है। बाकी खेल या तो बंद इलाके में होते हैं या फिर खुले मैदान में, लेकिन स्कीइंग वहीं हो सकती जहां तापमान काफी कम होता है और चारों तरफ सिर्फ बर्फ। साथ ही ये बात स्वभाविक है कि ऐसे वातारण में शरीर समान्य स्तिथी से जल्दी थक जाता है।
Skiing में शरीर का ऊपरी और निचला हिस्सा, दोनों एक समान ही जोर लगाते हैं ये मेहनत करते हैं। जहां पावों बैलेंस बनाने और दिशा बदलने का काम करते हैं, वहीं हाथों में मौजूद स्टिक्स की मदद से खिलाड़ी स्कीड को बढ़ाता है। स्कीइंग का एरिया भी काफी टेढ़ा-मेढ़ा होता है। शीतकालीन ओलंपिक खेलों में ये 50 किलोमीटर लंबी होती है। इस दूरी को जल्द से जल्द पूरा करने की होड़ में खिलाड़ियों की थकान का कोई पैमाना नहीं रहता। रेस खत्म करते ही खिलाड़ी तुरंत उसी जहग ऐसे पसर जाते हैं, मानो किसी ने गोली मारकर गिरा दिया हो।
Calories burnt/min – 16.42
Sweat loss/min - .025L
Duration - 160 मिनट
3.Marathon
इस लिस्ट में टॉप तीन खेलों में तीसरे पर आती है मैराथन, जिसे लंबी दौड़ भी कहते हैं। मैराथन उन गिने-चुने खेलों में से है जिसमें खिलाड़ी या प्रतिभागी के पास बीच में कोई अंतराल लेने का न के बराबर मौका है। जब तक आपके शरीर में से ऊर्जा का एक-एक कण खत्म न हो जाए तब तक मैराथन में दौड़ना पड़ता है।
ये दुनिया के बेहद थकाने वाले खेलों में से सबसे खतरनाक भी है। इस दौड़ में फिनिशिंग लाइन तक पहुंचने से पहले कुछ खिलाड़ियों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है। मैराथन में प्रतिभागियों को लगभग 42 किलोमीटर लंबा सफर दौड़कर तय करना होता है। इस खेल का सबसे कठिन पल होता है जब खिलाड़ी ‘hit the wall’ वाली स्तिथी में पहुंच जाता है।
‘hit the wall’ मैराथन में वो पल होता है जब 30km पर पहुंचने के बाद दौड़ने वाले के शरीर में ऊर्जा का भंडार पूरी तरह खत्म हो जाता है। इसके बाद खिलाड़ी केवल अपनी मासपेशियों के बल और चर्बी से ऊर्जा लेकर दौड़ने की स्तिथी में रहता है।
आप खुद ही सोच सकते हैं , मैराथन दौड़ने में थकावट की सीमा किस हद पर जाकर खत्म होती होगी।
Calories burnt/min – 17.15
Sweat loss/min - .04L
Duration - 180 मिनट