एशिया कप हॉकी में (Asia Cup Hockey) भारतीय टीम (Indian Team) ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक के साथ अपना अभियान समाप्त किया। तीसरे स्थान के लिए खेले गए मुकाबले में जापान की टीम को 1-0 से हराते हुए भारत ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। भारतीय टीम का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में बेहतरीन रहा था लेकिन नम्बर गेम के कारण फाइनल में टीम इंडिया नहीं जा पाई। इस बीच भारतीय हॉकी के विकास को लेकर पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
सोशल मीडिया एप 'कू' (Koo) पर दिलीप टिर्की ने एक बातचीत में कहा कि एशिया कप में खेलने वाली टीम काफी युवा है और सभी खिलाड़ियों ने अटैकिंग खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन टीम में कुछ अनुभव की ज़रूरत है। आगामी वर्ल्ड कप औऱ कॉमनवेल्थ गेम्स के बारे में दिलीप का मानना है कि हमें फ्लिकर पर ज़ोर देना होगा क्योंकि संदीप सिंह औऱ योगराज के जाने के बाद हमारे पास फ्लिकर्स की कमी हो गई थी। इस बार धुपेंद्र पाल ने अच्छा खेला। आज हमारे पास डिफेंस भी अच्छा है। हमें फिर से 40 साल पुरानी टीम देखने को मिल रही है और ऐसे में टीम को मेंटल और फिजिकल फिटनेस को बरकरार रखना है।
भारतीय टीम को सफल बनाने और नए तरीके से तैयार करने के लिए डेविड जॉन की भी तारीफ की। इसके अलावा दिलीप ने भविष्य में होने वाले बड़े टूर्नामेंटों के लिए गोलकीपर श्रीजेश की फिटनेस पर चिंता जताते हुए कहा कि हम श्रीजेश को बड़े और अहम मुकाबलों में खेलते देखना चाहते हैं। आज हमें ऐसे गोलकीपर की अवश्यकता है। भविष्य के लिए हमें और भी ऐसे गोलकीपर तैयार करने होंगे।
एशिया कप में सुपर चार स्टेज के पहले मैच में भारत ने जापान को 2-1 से हराया था। मलेशिया के खिलाफ मैच 3-3 की बराबरी पर समाप्त हुआ था। इसके बाद तीसरे मुकाबले में कोरिया के खिलाफ भी 4-4 की बराबरी देखने को मिली। इस वजह से भारतीय टीम फाइनल में जगह नहीं बना पाई।