सोमवार को भारतीय एथलीट दुती चंद (Dutee Chand), शूटर मनु भाकर (Manu Bhaker), हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल Rani (Rampal), पहलवान विनेश फ़ोगाट (Vinesh Phogat) और शतरंज खिलाड़ी हम्पी कोनेरु (Koneru Humpy) का नाम बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमेन ऑफ़ द ईयर 2011 अवार्ड के लिए नामित किया गया है।
इस फ़ेहरिस्त में इन खिलाड़ियों का नाम डालने के लिए देश के खेल पत्रकार, एक्सपर्ट और प्रसिद्ध लेखकों ने काफ़ी मेहनत की है।
विजेता का फ़ैसला पब्लिक वोटिंग द्वारा किया जाएगा और इसके लिए 24 फ़रवरी तक वोटिंग लाइन ओपन रहेगी। जबकि जीतने वालों की घोषणा 8 मार्च को बीबीसी की स्पोर्ट्स वेबसाइट पर एक वर्चुअल सेरेमनी के दौरान की जाएगी।
इंडियन स्पोर्ट्स्वुमेन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड के साथ-साथ खिलाड़ियों को एमर्जिंग स्पोर्ट्सवुमेन ऑफ़ द ईयर और लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाज़ा जाएगा।
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कारपोरेशन (British Broadcasting Corporation) द्वारा की जाने वाली इस पहल का मक़सद देश भर की महिला एथलीटों की सफलता को लोगों के सामने लाना और उन्हें बढ़ावा देना है।
इससे पहले ओलंपिक गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु (PV Sindhu) को भी इस अवॉर्ड से नवाज़ा जा चुका है। जबकि पूर्व दिग्गज पीटी उषा (PT Usha) को इस समारोह में लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला था।
एक नज़र इस बार के नामित खिलाड़ियों पर:
दुती चंद, स्प्रिंटर
दुती चंद मौजूदा समय में भारत की उम्दा स्प्रिंटर में से एक हैं। एशियन गेम्स में दो बार मेडल जीतने वाली इस धावक के नाम वुमेंस 100 मीटर में नेशनल रिकॉर्ड भी है। इस एथलीट ने ओलंपिक गेम्स के 100 मीटर इवेंट में क्वालिफाई कर इतिहास रच दिया था। यह कारनामा उन्होंने रियो 2016 में किया था, ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला एथलीट थीं।
मनु भाकर, शूटर
इस फ़ेहरिस्त में अगला नाम शूटर मनु भाकर का है, जो 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में यूथ ओलंपिक चैंपियन हैं और साथ ही उन्होंने कई सारे ISSF वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल भी जीते हैं। भाकर ने इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल भी जीता है और उनका नाम उन 9 शूटरों में शुमार है जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक गेम्स के लिए कोटा अपने नाम किया है।
विनेश फ़ोगाट, रेसलिंग
विनेश फ़ोगाट की बात करें तो वह अभी तक टोक्यो 2020 में क्वालिफाई करने वाली इकलौती भारतीय महिला पहलवान हैं। इस फ्रीस्टाइल रेसलर ने कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता तो वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक के साथ टोक्यो का टिकट हासिल किया था।
रानी रामपाल, हॉकी
जिस भारतीय हॉकी महिला टीम ने रियो गेम्स में क्वालिफाई कर 36 सालों का ओलंपिक सूखा हटाया ख़त्म किया था, रानी रामपाल उस भारतीय महिला टीम की अहम सदस्य थीं। आगे चलते हुए रानी की कप्तानी में 2018 में भरतीय महिला हॉकी टीम ने एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था और फिर इसने उन्हें एक बार फिर टोक्यो 2020 के लिए क्वालिफ़ाई करा दिया।
हम्पी कोनेरु, शतरंज
हम्पी कोनेरु एक समय सबसे युवा महिला चेस ग्रैंडमास्टर थीं और एशियन गेम्स में उन्होंने गोल्ड मेडल भी जीता है। हम्पी कोनेरु वुमेंस वर्ल्ड रैपिड चेस चैंपियन भी रह चुकी हैं।
अब देखना है कि अपने-अपने खेल में महारत हासिल करने वाली इन महिला एथलीटों का प्रदर्शन वोटिंग में कैसा रहता है और बनती हैं इंडियन स्पोर्ट्स्वुमेन ऑफ़ द ईयर।