इंडोनेशिया में खेले गए 18वें एशियाई खेलों का समापन हो चुका है। भारत ने इस बार के एशियन गेम्स में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और कुल मिलाकर 69 पदक जीते। इस तरह से भारत ने 2010 गुआंगझोउ एशियाई खेलों के 65 पदकों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। वहीं भारत ने सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक (15 ) जीतने के रिकॉर्ड की भी बराबरी की। इससे पहले भारत ने 1951 में नई दिल्ली में आयोजित हुए पहले एशियाई खेलों में 15 स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय खिलाड़ियों की इस ऐतिहासिक सफलता के बाद केंद्र सरकार ने पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया। नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 30 लाख, सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 20 लाख और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले प्लेयरों को 10 लाख का नकद ईनाम दिया गया। इस दौरान खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू और महेश शर्मा, खेल सचिव राहुल भटनागर, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साईं) की डीजी नीलम कपूर और ओलंपिक मेडलिस्ट मुक्केबाज मैरीकॉम मौजूद रहीं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि भारत जल्द ही पूरी दुनिया में खेल का सुपर पावर बनेगा। उन्होंने कहा कि मैं अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से बेहद खुश हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत एक दिन खेलों की दुनिया का सरताज बनेगा। मैं पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं, मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। राजनाथ सिंह ने इसके अलावा खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की भी तारीफ की और कहा कि खेल के प्रति उनका जज्बा काबिलेतारीफ है। हर भारतीय को उन पर गर्व होगा।