टोक्यो ओलंपिक 2020 से जुड़ी बड़ी ख़बर सामने आई है। भारतीय ओलंपिक संघ ने सरकार से टोक्यो ओलंपिक से वापस लौट रहे खिलाड़ियों को RT-PCR की रिपोर्ट के बग़ैर प्रवेश देने की मांग की है। भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा का कहना है कि ओलंपिक खिलाड़ी और अधिकारी खेलगांव में कड़े नियमों का पालन कर रहे हैं। इसके अलावा ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों को वैक्सीन भी लग चुकी है। यही नहीं, टोक्यो में भी खिलाड़ियों का रोज़ाना कोरोना टेस्ट भी किया गया है। इन सभी बातों को मद्देनज़र रखते हुए, खिलाड़ियों को आरटी पीसीआर टेस्ट की छूट देनी चाहिये।
मामले पर नरिंदर बत्रा का मानना है कि प्रोटोकॉल के अंतर्गत टोक्यो ओलंपिक में रोज़ाना खिलाड़ियों का एंटीजेन टेस्ट होता था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर आरटी पीसीआर टेस्टिंग भी की जाती थी। इसके साथ ही प्रतियोगिता पूरी होते ही 2 दिन के अंदर खिलाड़ियों को टोक्यो से बाहर भी निकलना होता था। ओलंपिक में जो भी खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, उन्हें फ़ौरन गेम से बाहर होना पड़ा।
अध्यक्ष नरिंदर बत्रा की बात पर ग़ौर करते हुए सरकार ने मामले पर गंभीरता से विचार किया और खिलाड़ियों के हित में फ़ैसला सुनाया। नये नियम के अनुसार, अब Tokyo Olympics 2020 से देश वापसी करने वाले खिलाड़ियों और अधिकारियों को कोरोना की निगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार के नये नियम की घोषणा बीते रविवार को गई है।
बत्रा साहब की मांग के बाद हेल्थ मिनिस्ट्री के ज्वाइंट सेकेट्ररी लव अग्रवाल ने अधिकारिक रूप से इसकी जानकारी देते हुए घोषणा पत्र जारी किया। हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि भारत के लिये केवल उन्हीं खिलाड़ियों को उड़ान भरने की परमिशन दी जाएगी, जिनकी सलाइवा बेस्ड कोविड टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव है। इसके अलावा भारत लौटते ही सभी खिलाड़ियों को कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही लगभग 14 दिनों तक उन्हें ख़ुद की निगरानी में रहना ज़रूरी होगा।
आइये अब समझते हैं कि टोक्यो ओलंपिक प्रोटोकॉल है क्या?
टोक्यो ओलंपिक प्रोटोकॉल के तहत सभी एथलीट्स को एंटीजन टेस्ट कराना होता है। इसके बाद जिन खिलाड़ियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है या उनमें किसी भी तरह के लक्ष्ण पाये जाते हैं। उन खिलाड़ियों का RT-PCR टेस्ट कराया जाता है। इसके साथ ही इंवेट ख़त्म होने के दो दिनों के अंदर उन्हें टोक्यो छोड़ देना होता है। हांलाकि, भारत से टोक्यो जाने वाले सभी खिलाड़ियों को पहले ही कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवा दी गई थीं।