Government Funding For Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल अपने अभियान का आगाज 25 जुलाई से करेगा। सबसे पहले तीरंदाजी का इवेंट होगा। टीम को पहला पदक 27 जुलाई को मिल सकता है। उस दिन भारत का मेडल इवेंट है। सभी खिलाड़ियों की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और हर कोई मेडल जीतने की आस लगाए बैठा है। हालांकि ओलंपिक में मेडल जीतना इतना आसान नहीं होता है। एक खिलाड़ी को उसकी मेहनत के अलावा और भी कई तरह के सपोर्ट की जरुरत होती है।
ओलंपिक में मेडल काफी कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि उस देश में खेलों को लेकर सरकार कितनी सजग है और कितने पैसे खर्च करती है। एक ओलंपिक एथलीट के ऊपर करोड़ों रुपए खर्च होते हैं और तब जाकर कोई मेडल मिलता है। भारत सरकार ने भी पेरिस ओलंपिक के लिए काफी फंड अलग-अलग स्पोर्ट्स को दिए थे। हम आपको बताते हैं कि किस खेल को कितने फंड ओलंपिक की तैयारी के लिए मिले।
भारत सरकार की तरफ से अलग-अलग खेलों को मिलने वाले फंड की डिटेल
अगर बात की जाए तो एथलेटिक्स को सबसे ज्यादा फंड भारत सरकार की तरफ से मिला। कुल मिलाकर 96.08 करोड़ रुपए एथलेटिक्स के ऊपर पेरिस ओलंपिक के लिए खर्च किए गए। नीरज चोपड़ा एथलेटिक्स में भारत के लिए मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद होंगे। इसके बाद दूसरे नंबर पर बैडमिंटन रहा, जिसे 72.02 करोड़ का फंड मिला था। बैडमिंटन से भी भारत को कई मेडल की आस है।
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर बॉक्सिंग और चौथे नंबर पर शूटिंग है। बॉक्सिंग के लिए 60.93 करोड़ का फंड और शूटिंग के लिए 60.42 करोड़ रुपए का फंड सरकार की तरफ से दिया गया। इसके अलावा हॉकी के लिए 41.29 करोड़, तीरंदाजी के लिए 39.18 करोड़, रेसलिंग के लिए 37.80 करोड़ और वेटलिफ्टिंग के लिए 26.98 करोड़ का फंड दिया गया। आप पूरी लिस्ट यहां पर देख सकते हैं।
आपको बता दें कि भारत ने पिछली बार टोक्यो ओलंपिक में सबसे ज्यादा 7 मेडल जीते थे और इस बार इस टार्गेट से आगे निकलने की कोशिश रहेगी। भारत अब तक का अपना सबसे बेस्ट प्रदर्शन करना चाहेगा।