ग्रेट ब्रिटेन की डबल ओलंपिक चैंपियन हेलेन ग्लोवर ने सोफा पर बैठकर ओलंपिक्स का मजा लूटने की योजना बनाई थी क्योंकि उन्होंने दो बच्चों को जन्म दिया था। फिर कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी खेल गतिविधियां ठप्प पड़ गईं। ग्लोवर ने फैसला किया कि वह एक बार और रोइंग टीम में जगह बनाने की कोशिश करेंगी। ग्लोवर ने द गार्डियन से बातचीत में कहा, 'इस खेल में कोई महिला बच्चा पैदा करने के बाद खेल में नहीं लौटी और ओलंपिक टीम में जगह बनाई। यह बहुत बड़ी चीज है।'
अपने ओलंपिक मानसिकता को लेकर तीन बच्चों की मां हेलेन ग्लोवर ने अपने जोड़ीदार टीवी प्रेजेंटर स्टीव बैकशॉल को हैरान कर दिया। बीबीसी से बातचीत करते हुए हेलेन ग्लोवर ने कहा, 'जब मैंने स्टीव को पहली बार बताया कि मैं वापसी करने के बारे में सोच रही हूं तो उसने कहा- हेलेन ज्यादातर लोग लॉकडाउन प्रोजेक्ट में कांट-छांट करने का सोचते हैं, वो ओलंपिक्स में हाथ आजमाने का फैसला नहीं करते। यह तुम्हारे सिर चढ़कर बोल रहा है।'
हेलेन ग्लोवर ने आगे कहा, 'ट्रेनिंग की बात करें तो यह रास्ता आसान नहीं है। मुझे कड़ी ट्रेनिंग करनी पड़ी। फिर कम नींद बड़ी चीज है। मुझे कम आयरन स्तर से भी जूझना पड़ा। मैं अभी भी दो बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग कर रही हूं और यह आपकी काफी ऊर्जा मांगता है। मैं छोटे सेशन कर रही हूं और इसे काफी कड़ा बना रही हूं। शायद जब युवा थी तब मैं ज्यादा ट्रेनिंग कर सकती थी। मैं जो भी खाना चाहती थी, वो खा सकती थी और रिकवरी के बारे में ज्यादा नहीं सोचना पड़ा, लेकिन अब हर छोटी चीज बड़ा फर्क पैदा करती है।'
ओलंपिक गोल्ड मेडल लक्ष्य नहीं: हेलेन ग्लोवर
हेलेन ग्लोवर का मौजूदा लक्ष्य ओलंपिक गोल्ड मेडल नहीं हैं। हेलेन ग्लोवर ने कहा, 'मेरी बड़ी पिक्चर इस बार बहुत, बहुत अलग है। मैं अब मां हूं और हम महामारी में जी रहे हैं। ऐसी कई चीजें हैं, जो मुझे याद दिलाते हैं कि खेल सबसे महत्वपूर्ण चीज नहीं है। अगर मैं वहां गई और रेस की तो मेरा लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ नतीजा हासिल करना होगा। मगर सफलता अलग नजर आती है। मैं शारीरिक रूप से अपनी बेटी को दिखाना चाहती हूं कि आप क्या कर सकते हो और आप क्या करना चाहते हो। यह मुझे प्रेरणा दे रहा है।' बता दें कि हेलेन ग्लोवर ने 2012 लंदन ओलंपिक्स और 2016 रियो ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीते थे।