कैसे मिलती है ओलंपिक खेलों की मेजबानी, जानिए यहां

भारत पहली बार आधिकारिक रूप से ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए बिड कर रहा है।
भारत पहली बार आधिकारिक रूप से ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए बिड कर रहा है।

हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया और बताया कि भारत 2036 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपना प्रस्ताव रखेगा। इस खबर ने भारत नहीं बल्कि पूरी दुनिया के खेल जगत में हलचल मचा दी क्योंकि यह बहुत बड़ा दांव है और दक्षिण एशियाई देशों में से आज तक किसी ने भी ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए बिड नहीं किया है। ऐसे में भारतीय खेल प्रेमी यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर खेल के सबसे बड़े महाकुंभ के लिए मेजबानी मिलती कैसे है। आपको बताते हैं -

साल 1894 में IOC यानि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के गठन के बाद ही ग्रीस में होने वाले पौराणिक खेलों को आधुनिक ओलंपिक का नाम और रूप दिया गया। मौजूदा समय में मेजबानी के लिए इच्छुक देश निर्धारित समय सीमा के अंदर IOC के सेशन के दौरान ओलंपिक खेलों की मेजबानी का प्रस्ताव यानि बिड पेश करते हैं।

साल 2020 में एक विशेष ओलंपिक एजेंडा 2020 को IOC द्वारा लागू किया गया था। इसके जरिए यह फैसला किया गया कि अब ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए विशेष मेजबानी कमिशन बनाए जाएंगे। इन कमिशन के जरिए IOC ने कोशिश की कि अब नए शहरों को मेजबानी का मौका मिल सके। एजेंडा IOC सेशन में अपनी बिड रखने वाले देशों या शहरों के लिए एक रेफेरंडम के जरिए डायरेक्ट वोटिंग होती है और मेजबान देश चुना जाता है।

साल 2024 के ओलंपिक खेल पेरिस में होने हैं जबकि 2028 के खेलों की मेजबानी अमेरिका के लॉस एंजिलिस शहर को मिली। लॉस एंजिलिस को साल 2017 में निर्धारित प्रक्रिया के तहत 2028 के खेलों के लिए चुना गया। एजेंडा 2020 लागू होने के बाद केवल 2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी दी गई है। नई प्रक्रिया के तहत हुई वोटिंग में ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन शहर को टोक्यो ओलंपिक 2021 के आयोजन से ठीक दो दिन पहले दी गई।

आम तौर पर किसी भी ओलंपिक के आयोजन से 7 से 11 साल पहले ही उसके मेजबान को चुन लिया जाता है क्योंकि इन खेलों को आयोजित करने के लिए बहुत ज्यादा तैयारियां करनी पड़ती हैं और ऐसे में जितना समय मिल सके वह मेजबान देश के लिए बेहतर है।

क्या हैं भारत की मेजबानी के आसार

अभी तक 2036 के ओलंपिक खेलों के लिए मेक्सिको, तुर्की, इंडोनिशिया और पोलैंड ने आधिकारिक बिड कर दी है। दक्षिण कोरिया, कतर, इटली, कनाडा जैसे देश भी बिड की तैयारी में हैं। ऐसे में भारत की ओर से की जाने वाली बिड काफी अहम है। भारत ने आखिरी बार साल 2010 में कॉमनवेल्थ खेलों के रूप में सबसे बड़े खेल आयोजन की मेजबानी की थी। इससे पहले भारत ने दो बार एशियन गेम्स भी होस्ट किए हैं। ऐसे में भारत के लिए मुख्य चुनौती होंगे वह देश जहां पहले कभी भी ओलंपिक खेल आयोजित नहीं हुए हैं क्योंकि यह आसार हैं कि साल 2036 के लिए IOC के सदस्य किसी नए देश को चुनें।