India Medal Hope in Archery : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की महिला तीरंदाजों का प्रदर्शन अभी तक अच्छा रहा है। आज आर्चरी में दीपिका कुमारी, अंकिता भकत और भजन कौर का क्वार्टरफाइनल मैच है। इसी वजह से पूरे देश की निगाहें इस मुकाबले पर लगी हुई हैं। जिस तरह का प्रदर्शन इन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में किया था, उसे देखते हुए मेडल की उम्मीद काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
दीपिका कुमारी, अंकिता भकत और भजन कौर ने क्वालिफिकेशन राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए डायरेक्ट क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई थी। युवा अंकिता भकत की अगुवाई में भारतीय महिला टीम ने 1983 अंक हासिल किए और टॉप-8 में क्वालीफाई किया। अब भारत की महिलाएं क्वार्टरफाइनल खेलेंगी। अगर इस इवेंट और सेमीफाइनल में टीम जीत हासिल करती है तो फिर मेडल पक्का हो जाएगा। हालांकि अभी तक यह तय नहीं है कि क्वार्टरफाइनल में किससे भारत का मुकाबला होगा। वुमेंस तीरंदाजी का क्वार्टरफाइनल मैच आज शाम 5:45 से खेला जाएगा।
वुमेंस आर्चरी टीम से भारत को मेडल की है उम्मीद
अगर वुमेंस टीम फाइनल में पहुंची तो आज ही आर्चरी का फाइनल भी है। यह फाइनल मुकाबला रात 8:45 से खेला जाएगा। इसी वजह से महिला तीरंदाजों से भारत को काफी ज्यादा उम्मीद है। दीपिका कुमारी जैसी अनुभवी तीरंदाज होने से भारत की दावेदारी और भी मजबूत हो जाती है।
आपको बता दें कि तीरंदाजी पहली बार ओलंपिक में पेरिस 1900 में शामिल हुई थी। हालांकि इसके 1908 के खेलों के बाद ड्रॉप कर दिया गया था। इसके बाद 1920 ओलंपिक में एक बार फिर तीरंदाज़ी को ओलंपिक में शामिल किया गया था, पर दोबारा इसे ख़त्म कर दिया गया था। आख़िरकार 52 साल के लंबे फ़ासले के बाद म्यूनिख 1972 में तीरंदाजी फिर से ओलंपिक में शामिल की गई और तब से अब तक लगातार आर्चरी ओलंपिक का हिस्सा है।
ओलंपिक आर्चरी की बात करें तो रिपबल्कि ऑफ कोरिया का इसमें दबदबा क़ायम है। रियो 2016 गेम्स में कोरिया के तीरंदाजों ने सभी चार इवेंट में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था। इसके अलावा टोक्यो ओलंपिक में भी कोरिया के निशानेबाजों ने काफी दमदार खेल दिखाया था। इस बार भी कोरिया ही प्रबल दावेदार है।