जापान की राजधानी टोक्यो में 24 अगस्त से 5 सितम्बर तक 16वें पैरालंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा। इस बार के पैरालंपिक्स में 163 देश के 4537 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। पैरालंपिक्स 2021 में 22 खेलों के 539 इवेंट का आयोजन किया जाएगा। भारत की तरफ से 9 खेलों में कुल मिलाकर 54 एथलीट हिस्सा लेंगे, जो पैरालंपिक्स में हिस्सा लेने वाला भारत का अभी तक का सबसे बड़ा दल है।
भारत ने पैरालंपिक्स खेलों में अभी तक 4 स्वर्ण, 4 रजत और 4 कांस्य पदक सहित कुल मिलाकर 12 पदक जीते हैं। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा तीन पदक जोगिंदर सिंह बेदी ने जीते हैं, वहीं देवेंद्र झाझरिया के नाम दो स्वर्ण पदक हैं। भारत के 12 में से 10 पदक एथलेटिक्स में आये हैं, वहीं एक-एक पदक स्विमिंग और पावरलिफ्टिंग में आया है।
पैरालंपिक्स खेलों में संयुक्त राज्य अमेरिका ने अभी तक सबसे ज्यादा 2175 पदक जीते हैं, जिसमें 772 स्वर्ण, 700 रजत और 703 कांस्य पदक शामिल हैं।
अब आइये नज़र डालते हैं पैरालंपिक्स में भारत के अभी तक के सफ़र पर:
# 1972 हेडेलबर्ग पैरालंपिक खेलों में भारत के मुरलीकांत पेटकर ने पुरुष 50मी फ्रीस्टाइल 3 में स्वर्ण पदक जीता था।
# 1984 स्टोक मैंडेविल/न्यूयॉर्क खेलों में भारत के भीमराव केसरकर ने पुरुष जैवलिन L6 में रजत पदक जीता था। इसके अलावा जोगिंदर सिंह बेदी ने पुरुष शॉट पट L6 में रजत और जैवलिन L6 एवं डिस्कस थ्रो L6 में कांस्य पदक जीता था।
# 2004 एथेंस खेलों में देवेंद्र झाझरिया ने पुरुष जैवलिन F44/46 में स्वर्ण और राजिंदर सिंह राहेलु ने पावरलिफ्टिंग पुरुष 56kg वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
# 2012 लंदन खेलों में गिरीश एन गौड़ा ने पुरुष हाई जंप F42 वर्ग में रजत पदक जीता था।
# 2016 रियो खेलों में देवेंद्र झाझरिया ने पुरुष जैवलिन F46 और मरियप्पन थंगवेलु ने पुरुष हाई जंप F42 में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा दीपा मलिक ने महिला शॉट पट F53 में रजत और वरुण सिंह भाटी ने पुरुष हाई जंप F42 में कांस्य पदक जीता था।