Tokyo Paralympics के आखिरी दिन भारत ने दो पदक जीते और 19 पदकों के साथ खेलों का शानदार अंत किया। कृष्णा नागर ने बैडमिंटन SH6 सिंगल्स में स्वर्ण और सुहास एल वाई ने SL4 सिंगल्स में रजत पदक जीता। पदक तालिका में भारत ने 5 स्वर्ण 8 रजत और 6 कांस्य के साथ 24वां स्थान हासिल किया। पैरालंपिक्स इतिहास में यह भारत का अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
आइये नज़र डालते हैं 5 सितम्बर (आखिरी दिन) को भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन कैसा रहा:
बैडमिंटन
SH6 सिंगल्स में कृष्णा नागर ने स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में हांगकांग के चुन मान काई को 21-17, 16-21, 21-17 से हराया।
SL4 पुरुष सिंगल्स में भारत के सुहास एल वाई ने रजत पदक जीता। फाइनल में उन्हें फ्रांस के लुकास माज़ूर ने शानदार वापसी करते हुए सुहास को 15-21, 21-17, 21-15 से हराया।
SL4 पुरुष सिंगल्स में कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में भारत के तरुण ढिल्लों को इंडोनेशिया के फ्रेडी सेटियावान ने 21-17, 21-11 से हराया।
मिक्स्ड डबल्स SL3-SU5 में कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में भारत के प्रमोद भगत एवं पलक कोहली की जोड़ी को जापान के दाइसुके फुजिहारा एवं अकीको सुगीनो की जोड़ी ने 23-21, 21-19 से हराया।
शूटिंग
50मी राइफल प्रोन SH1 में दीपक सैनी, सिद्धार्थ बाबू एवं अवनी लेखरा क्वालिफिकेशन राउंड में ही बाहर हो गए और फाइनल में प्रवेश नहीं कर सके। सिद्धार्थ बाबू ने 617.2 अंक के साथ नौवां, अवनी लेखरा ने 612 अंक के साथ 28वें और दीपक सैनी 602.2 अंक के साथ 46वें स्थान पर रहे।