Tokyo Paralympics में भारत को एक बड़ा झटका लगा है। डिस्कस थ्रो F52 वर्ग में कांस्य जीतने वाले विनोद कुमार के पदक को रद्द कर दिया गया है। कांस्य जीतने के बाद ही विनोद के पदक को होल्ड पर रखा गया था और अब टोक्यो पैरालंपिक के तकनीकी कमिटी ने यह तय किया कि विनोद F52 क्लास के लिए अयोग्य हैं।
डिस्कस थ्रो F52 में पोलैंड के पायोटर कोसेविज़ ने 20.02 मी के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था। क्रोएशिया के वेलीमीर सैंडर ने 19.98 मी के थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल करके रजत पदक जीता था। विनोद कुमार ने अपने पांचवें थ्रो में 19.91 मी की सर्वश्रेष्ठ दूरी हासिल की थी, लेकिन इसके बाद उनके क्लासिफिकेशन पर सवाल उठाया गया और विरोध के कारण उनके पदक को होल्ड पर रखा गया था।
टोक्यो पैरालंपिक आयोजकों ने अपने बयान में कहा कि पैनल ने पाया कि एनपीसी (राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति) भारत के एथलीट विनोद कुमार को ‘स्पोर्ट क्लास’ आवंटित नहीं कर पाया और खिलाड़ी को ‘क्लासिफिकेशन पूरा नहीं किया’ (CNC) में डाल दिया गया। इसी वजह से विनोद कुमार के परिणाम को अमान्य घोषित किया गया।