India Best Performance in Olympics : पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारतीय दल पूरी तरह से तैयार है। इस बार कोशिश यही रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा मेडल अपने नाम किए जाएं। ओलंपिक में भारत कई खेलों में भाग लेता है लेकिन मेडल्स काफी कम मिलते हैं। कई सारे इवेंट्स में टीम तो मेडल के लिए होने वाले मुकाबले तक पहुंच भी नहीं पाती है। हालांकि इसके बावजूद भारत ने कई सारे मेडल अभी तक जीते हैं।
अगर हम ओलंपिक में भारत के ओवरऑल परफॉर्मेंस की बात करें तो अभी तक भारत ने 24 ओलंपिक खेल में कुल 35 मेडल अपने नाम किए हैं। एक समय था जब भारतीय हॉकी टीम की पूरी दुनिया में तूती बोलती थी और हॉकी से ही भारत को सबसे ज्यादा मेडल और गोल्ड मेडल मिला है। हालांकि 1980 के बाद से भारतीय हॉकी का स्तर काफी नीचे चल गया और टीम इंडिया 40 सालों तक एक भी मेडल नहीं जीत पाई। साल 2020 के ओलंपिक में पुरुष टीम ने कांस्य पदक जीतकर इस सूखे को खत्म किया।
ओलंपिक में भारत का अब तक का बेस्ट प्रदर्शन
अब हम आपको बताते हैं कि भारत के लिए अब का सबसे बेस्ट ओलंपिक मेडल के लिहाज से कौन सा रहा है।
भारतीय एथलीट्स ने अभी तक ओलंपिक में मेडल्स के मामले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन टोक्यो 2020 के दौरान किया था। भारतीय खिलाड़ियों ने इस ओलंपिक में सबसे ज्यादा 7 मेडल अपने नाम किए थे। हम आपको बताते हैं कि टोक्यो ओलंपिक के दौरान भारत ने किन-किन इवेंट्स में मेडल जीता था और किस तरह हॉकी टीम और नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचा था।
टोक्यो 2020
मीराबाई चानू - रजत पदक - महिला 49 किग्रा भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग)
लवलीना बोरगोहेन - कांस्य पदक - महिला वेल्टरवेट (64-69 किग्रा)
पीवी सिंधू - कांस्य पदक - महिला एकल बैडमिंटन
रवि कुमार दहिया - रजत पदक - पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा कुश्ती
भारतीय हॉकी टीम - कांस्य पदक
बजरंग पुनिया - कांस्य पदक - पुरुष 65 किग्रा कुश्ती
नीरज चोपड़ा - स्वर्ण पदक - जैवलिन थ्रो
आपको बता दें कि भारत की पुरुष हॉकी टीम ने हॉकी में 40 साल के बाद कोई ओलंपिक मेडल जीता था। इसके अलावा नीरज चोपड़ा एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।