India Hockey Team Won Bronze Medal : भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया ने स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक जीत लिया है। 1972 के बाद यह पहली बार है जब भारत ने ओलंपिक में बैक टू बैक दो मेडल जीते हों। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता था और अब पेरिस ओलंपिक में भी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है। भारत के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश के करियर का यह आखिरी मैच था और उन्हें कांस्य पदक के साथ ओलंपिक से विदाई दी गई है।
पहले क्वार्टर की शुरुआत में दोनों ही टीमों ने अटैक करके खेलने की कोशिश की। भारत के लिए अच्छी बात यह रही कि एक मैच के बैन के बाद अमित रोहिदास की टीम में वापसी हुई। उनकी कमी सेमीफाइनल मुकाबले में काफी खली थी। भारत को कुछ देर बाद गोल का बेहतरीन मौका मिला लेकिन वो उसका फायदा नहीं उठा पाए। दोनों टीमों को एक भी पेनल्टी कॉर्नर पहले क्वार्टर में नहीं मिला।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में स्पेन को पेनल्टी शूटआउट मिल गया और उन्होंने उस पर गोल करके 1-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद स्पेन को दो पेनल्टी कॉर्नर भी मिले लेकिन भारत ने बचाव कर लिया। भारत को अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर दूसरे क्वार्टर के आखिर में मिला लेकिन टीम इंडिया एक बार फिर गोल नहीं कर पाई। भारतीय टीम को दूसरे क्वार्टर के आखिरी सेकेंड में पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कोई गलती नहीं की। पहले हाफ के बाद स्कोर 1-1 से बराबर रहा।
भारत ने 52 साल के बाद किया बड़ा कारनामा
दूसरे हाफ की शुरुआत में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और कप्तान हरमनप्रीत ने गोल करके भारत को 2-1 की बढ़त दिला दी। भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम गोल नहीं कर पाई। भारत को फील्ड गोल का भी मौका मिला लेकिन सुखजीत उसे भुना नहीं बना सके। थोड़े समय के लिए हार्दिक इंजरी का भी शिकार हुए लेकिन कुछ देर बाद वापस आ गए। इसके बाद स्पेन की तरफ से काफी कोशिश की गई लेकिन भारतीय डिफेंडर्स ने गोल नहीं करने दिया और भारत ने 52 साल के बाद इतिहास रच दिया।