India Campaign Ends At Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक 2024 में अब भारतीय दल का सफर समाप्त हो चुका है। भारत ने इस बार कुल मिलाकर 6 मेडल जीते। अगर विनेश फोगाट मामले में फैसला भारत के पक्ष में आया तो सातवां मेडल भी मिल सकता है। ओवरऑल इस बार पेरिस ओलंपिक को देखें तो यह भारत के लिए उतना अच्छा नहीं रहा। इस बार टार्गेट 10 मेडल क्रॉस करने का था, लेकिन भारतीय एथलीट सिर्फ 6 ही मेडल जीत पाए। टोक्यो ओलंपिक वाला आंकड़ा भी भारतीय खिलाड़ी नहीं हासिल कर पाए।
भारत ने टोक्यो ओलंपिक 2020 के दौरान कुल सात पदक जीते थे और यह भारत का ओलंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। इस बार उस रिकॉर्ड को तोड़ने के इरादे से भारतीय एथलीट आए थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और छह मेडल से ही संतोष करना पड़ा। भारत को इन 6 में से तीन मेडल तो अकेले शूटिंग में ही मिल गए। इसके बाद जैवलिन थ्रो, रेसलिंग और हॉकी में मेडल मिला।
भारत ने शूटिंग में जीते सबसे ज्यादा 3 मेडल
पेरिस ओलंपिक के दौरान भारत को पहला मेडल शूटिंग में मनु भाकर ने दिलाया था। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद शूटिंग में ही मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर एक और कांस्य पदक अपने नाम किया। इस तरह मनु भाकर एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली भारत की पहली एथलीट बन गईं। भारत को तीसरा मेडल शूटिंग में ही स्वप्निल कुसाले ने दिलाया।
भारत को Paris Olympics में नहीं मिला एक भी गोल्ड मेडल
भारत को चौथा मेडल हॉकी टीम ने दिलाया। टीम इंडिया ने बैक टू बैक हॉकी में ओलंपिक मेडल जीतने का कारनामा किया। भारतीय हॉकी टीम ने इस बार भी कांस्य पदक जीता। इसके बाद एथलेटिक्स में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद थी लेकिन इस बार वो सिल्वर ही जीत सके। भारत को पेरिस ओलंपिक का आखिरी मेडल रेसलिंग में अमन सेहरावत ने दिलाया। उन्होंने भी कांस्य पदक ही जीता। इस तरह भारत को इस बार एक भी गोल्ड मेडल नहीं मिला। अब देखने वाली बात होगी कि विनेश फोगाट को संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाता है या नहीं।