India Badminton Player Reacts On Her Retirement : पेरिस ओलंपिक 2024 के दौरान भारत की तरफ से कई सारे बेहतरीन बैडमिंटन प्लेयर्स ने हिस्सा लिया था। मेंस और वुमेंस कैटेगरी में कई शानदार खिलाड़ी थे। हालांकि निराशा की बात यह रही कि एक भी एथलीट मेडल नहीं ला सका था। पीवी सिंधू जैसी खिलाड़ी भी इस बार मेडल लाने से चूक गईं। भारत की एक और महिला खिलाड़ी साइना नेहवाल इस बार ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाई थीं। उन्होंने इसको लेकर निराशा जाहिर की है। साइना ने कहा कि जब भी वो ओलंपिक में खेलीं, अपना 100 प्रतिशत दिया। इसके अलावा उन्होंने अपने रिटायरमेंट को लेकर भी बड़ा हिंट दिया।
साइना नेहवाल की अगर बात करें तो वो अभी तक कुल मिलाकर तीन ओलंपिक में हिस्सा ले चुके हैं। उन्होंने 2008, 2012 और 2016 के ओलंपिक में हिस्सा लिया था। लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतकर साइना ने इतिहास रच दिया था। वो भारत की तरफ से बैडमिंटन में ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी थीं। हालांकि उसके बाद से उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और इस बार वो ओलंपिक भी नहीं खेल पाईं।
'मैं इस साल के आखिर तक....'
साइना नेहवाल ने हाल ही में एक पोडकास्ट 'House of Glory' में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान अपने रिटायरमेंट को लेकर बड़ा जवाब दिया। साइना ने कहा,
मैं भी इस बारे में सोच रही हूं। यह काफी दुख की बात होगी, क्योंकि यह एक जॉब की तरह है जो नॉर्मल इंसान करता है। निश्चित तौर पर एक खिलाड़ी का करियर हमेशा ही काफी छोटा होता है। मैंने 9 साल की उम्र में शुरुआत की थी और अगले साल 35 की हो जाउंगी। इसलिए मेरा करियर लंबा रहा है और मुझे इस पर गर्व है। मैंने अभी तक जितना खेला है, उससे खुश हूं। इस साल के अंत तक मैं आंकलन करुंगी कि कैसा खेल रही हूं। ओलंपिक में खेलना हर किसी का सपना होता है। आप सालों तक वहां पर खेलने के लिए मेहनत करते हैं। इसलिए जब आपको पता चलता है कि ओलंपिक में जगह नहीं बना पाएंगे तो फिर काफी दुख होता है। ऐसा नहीं है कि आप खेलना नहीं चाहते हैं लेकिन आपकी बॉडी ही इजाजत नहीं दे रही है। मैंने तीन ओलंपिक में हिस्सा लिया और उसमें अपना 100 प्रतिशत दिया। मुझे इस पर काफी गर्व है।