Indian Boxing Staff Big Problem : पेरिस ओलंपिक 2024 में गए भारतीय मुक्केबाजी स्टाफ को इस वक्त काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक मुक्केबाजी स्टाफ को खाने तक के लाले पड़ गए हैं और उन्हें बाहर से मैगी और ब्रेड बटर मंगाकर गुजारा करना पड़ रहा है। इनको खाने के लिए प्रति व्यक्ति काफी कम पैसे मिल रहे हैं और इसी वजह से मैगी खाकर ही गुजारा करना पड़ रहा है।
दरअसल भारत का जो मुक्केबाजी कोचिंग स्टाफ है, वह ओलंपिक विलेज में नहीं रह रहा है। पूरे स्टाफ को ओलंपिक विलेज के बाहर ठहराया गया है लेकिन इनको वहां पर खाने के लिए काफी कम पैसे मिल रहे हैं। खबरों के मुताबिक भारतीय मुक्केबाजी टीम के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें खाने के लिए प्रति व्यक्ति सिर्फ 100 डॉलर ही दिए जा रहे हैं। चुंकि पेरिस में खाना-पीना काफी महंगा है, तो इसी वजह से इतने पैसे में बिल्कुल भी गुजारा नहीं हो पा रहा है।
कोचिंग स्टाफ को खाने के लिए मिल रहे हर दिन 100 डॉलर
खेल गांव से बाहर रह रहे एक स्टाफ सदस्य ने बताया कि वो दुकान से मैगी और ब्रेड बटर लाकर खाते हैं, क्योंकि 100 डॉलर में दो टाइम का खाना मुश्किल है। खेल गांव के बाहर जो ऑफिशियल्स रह रहे हैं, उनके होटल में सिर्फ नाश्ते की सुविधा है। इसी वजह से लंच और डिनर का इंतजाम इन्हें उन्हीं 100 डॉलर में करना होता है। वहीं एक खबर यह भी आई है कि राज्य ईकाई के 25 से ज्यादा अधिकारियों को ओलंपिक मैच देखने के लिए पेरिस इन्वाइट किया गया है और इन्हें महंगे होटलों में ठहराया गया है। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के आगामी चुनावों में फायदा लेने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
आपको बता दें कि भारतीय मुक्केबाजों का प्रदर्शन अभी तक पेरिस ओलंपिक 2024 में उतना अच्छा नहीं रहा है। अमित पंघाल और जैस्मीन लेम्बोरिया का सफर समाप्त हो चुका है। अब निखत जरीन और लवलीना बोरगोहन जैसे खिलाड़ियों से उम्मीद है। इसके अलावा निशांत देव ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। आज निखत जरीन का मुकाबला है और इन खिलाड़ियों से मेडल की उम्मीद है।