Paris Olympics 2024 Annu Rani Javelin Throw: 26 जुलाई से पेरिस ओलिंपिक का आगाज होने जा रहा है। इस बार भारत के कुल 117 खिलाड़ी इन खेलों में हिस्सा लेंगे। भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा से सभी को इस बार भी मेडल की उम्मीद रहने वाली है। लेकिन भारत की एक और जैवलिन थ्रोअर इस बार मेडल की बड़ी दावेदार हैं। इस खिलाड़ी का नाम अन्नू रानी है। अन्नू रानी का जन्म 28 अगस्त 1992 को मेरठ के गांव बहादुरपुर में हुआ था। वह अभी तक इस मौकों पर भारत का नाम रोशन कर चुकी हैं।
जेवलिन क्वीन अन्नू रानी
जेवलिन क्वीन के नाम से मशहूर अन्नू रानी की सफलता की कहानी संघर्षों से भरी है। शुरुआत में उनके भाई उपेंद्र ने ही उन्हें प्रशिक्षण दिया और आज वह जो भी हैं उसमें उनके भाई की मेहनत भी है। शुरुआती दिनों में अन्नू रानी के पास अभ्यास के लिए भाला खरीदने का पैसा नहीं था। अन्नू ने गन्ने को भाला बनाकर प्रैक्टिस शुरू की थी। बताया जाता है कि अन्नू ने गांव के ही स्कूल में सुबह शाम अभ्यास किया। अन्नू रानी तीन बहन व दो भाइयों में सबसे छोटी हैं। कई बार पिता ने अन्नू को प्रैक्टिस करने से रोका था, तब अन्नू चोरी से अभ्यास करती थीं।
कई बार भारत का नाम किया रोशन
अन्नू ने 18 साल की उम्र में 2010 में पहली बार भाला फेंकना शुरू किया था। बता दें, 31 साल की अन्नू एशियाई खेलों की मौजूदा चैंपियन के रूप में पेरिस खेलों में भाग लेंगी। 2023 एशियाई खेलों में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। तब अन्नू भाला फेंक में एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं थीं। बता दें, इन खेलों के दौरान पहले अन्नू को बुखार ने जकड़ा था, फिर कमजोरी ने चपेट में ले लिया था लेकिन अन्नू ने हिम्मत नहीं हारी और प्रैक्टिस जारी रखी थी।
बता दें, वह एक ऐसे परिवार में पली-बढ़ी जो मुख्य रूप से खेती-किसानी से जुड़ा था, रानी को क्रिकेट का शौक था और वह मनोरंजन के लिए क्रिकेट की गेंदें फेंकती थीं। अगर वह क्रिकेट की गेंदें नहीं फेंक रही होती थी तो रानी गन्ने के डंठल फेंकती थीं। उन थ्रो डाउन से रानी को मजबूत हाथ मिलने में मदद मिली। एशियाई खेलों से पहले रानी 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने 2014 में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा था। तब लखनऊ में राष्ट्रीय अंतर-राज्य एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अन्नू रानी ने 58.83 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड जीता थी।