भारत का सबसे बड़ा दल रियो पैरालंपिक गेम्स के लिए रवाना हुआ

भारत का सबसे बड़ा पैरालंपिक दल रियो डी जेनेरियो के लिए रवाना हो गया है। रियो में अगले सप्ताह से समर पैरालंपिक गेम्स शुरू होगा। 19 एथलीटों की टीम रियो गेम्स में भारत के पदको की संख्या सुधारना चाहेगी। रियो पैरालंपिक गेम्स 7 सितंबर से शुरू होकर 18 सितंबर तक चलेंगे। भारतीय एथलीट पांच स्पर्धाओं- एथलेटिक्स, पॉवरलिफ्टिंग, शूटिंग, आर्चरी और स्विमिंग में भाग लेंगे। भारत को सबसे ज्यादा पदक की उम्मीद जेवलिन थ्रो और हाई जम्प में है। भारत ने अब तक 10 पैरालंपिक गेम्स में भाग लिया है और 8 मेडल जीते हैं। मुर्लीकांत पेटकर ने भारत के लिए 1972 में पहला स्वर्ण पदक जीता था और देवेन्द्र झाझारिया ने 22 वर्ष बाद जेवलिन में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। चार वर्ष पहले, गिरिशा नागाराजेगौड़ा ने हाई जंप में रजत पदक जीता था। भारत का पैरालंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एथेंस गेम्स में था, जब दल ने एक स्वर्ण तथा एक कांस्य पदक जीता था। इस बार दल का इरादा ज्यादा पदक जीतने का होगा। भारतीय दल की सूची इस प्रकार है :

नाम खेल स्पर्धा
पूजा आर्चरी रिकर्व व्यक्तिगत
अंकुर धामा एथलेटिक्स 1500 मीटर रेस
मारियप्पन थान्गवेलु एथलेटिक्स हाई जंप
वरुण सिंह भाटी एथलेटिक्स हाई जंप
शरद कुमार एथलेटिक्स हाई जंप
रामपाल चाहर एथलेटिक्स हाई जंप
करमज्योति दलाल एथलेटिक्स डिस्कस थ्रो
देवेंद्र झाझारिया एथलेटिक्स जेवलिन थ्रो
सुन्दर सिंह गुर्जर एथलेटिक्स जेवलिन थ्रो
रिंकू एथलेटिक्स जेवलिन थ्रो
रणबीर नरेंद्र एथलेटिक्स जेवलिन थ्रो
संदीप सिंह मान एथलेटिक्स जेवलिन थ्रो
अमित कुमार सरोहा एथलेटिक्स क्लब थ्रो
धरमबीर एथलेटिक्स क्लब थ्रो
वीरेंदर धनकर एथलेटिक्स डिस्कस थ्रो
दीपा मलिक एथलेटिक्स शॉटपुट
फरमान बाशा पॉवरलिफ्टिंग पुरुष 49 किग्रा
नरेश शर्मा शूटिंग पुरुष आर7 50मीटर राइफल 3 पोजीशन
सुयश नारायण जाधव स्विमिंग पुरुष 50 मीटर बटरफ्लाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर रियो जा गए एथलीटों को बधाई दी है। उन्होंने दो ट्वीट में अपनी शुभाकामनाएं पैरालंपिक एथलीटों को दी।

(भारत के लोग रियो 2016 पैरालंपिक गेम्स में हिस्सा ले रहे एथलीटों का हौसला बढ़ाने के लिए तैयार हैं, जिसकी शुरुआत 7 सितंबर को होगी।) (हम सभी अपने दल को पैरालंपिक गेम्स के लिए शुभाकामनाएं देते हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके देश का गौरव बढ़ाएंगे।)