भारतीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने घोषणा की है कि टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले एथलीट और पूरे भारतीय दल का रवाना होने से पहले टीकाकरण किया जाएगा।
इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की ओर से भी कहा गया था जुलाई में होने वाले खेलों के महाकुंभ टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा ले रहे सभी एथलीटों और दल के सभी सदस्यों को कोरोना वायरस (COVID-19) की सुरक्षा के मद्देनज़र ज़रूरी प्रोटोकॉल का ध्यान रखना होगा।
जिसके बाद भारत सरकार की ओर से भी आश्वासन दिया गया है कि टोक्यो गेम्स के लिए उड़ान भरने से पहले पूरे भारतीय दल का टीकाकरण अनिवार्य होगा।
भारतीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने फ़िट इंडिया इवेंट के मौके पर कहा, "टीकाकरण को लेकर सरकार की नीति बहुत साफ़ है। सबसे पहले वॉरियर्स को वैक्सीन का डोज़ दिया जाएगा, जिसमें चिकित्सा और सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले लोग शामिल हैं। इसके अलावा ओलंपिक में जाने वाले एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों को भी प्राथमिकता दी जाएगी, लेकिन पूरी प्राथमिकता सूची का निर्धारण स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ही किया जाएगा।"
इसके साथ ही साथ रिजिजू ने एक बार फिर इस बात पर भी ज़ोर दिया कि टोक्यो 2020 की तैयारियों के लिए भारतीय एथलीटों को किसी तरह की कमी नहीं होगी।
“टोक्यो के लिए तैयारी करने वाले एथलीटों के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी। केंद्रीय बजट में खेल मंत्रालय को आगामी वित्तीय वर्ष में अपने विविध कार्यक्रमों के संचालन के लिए 2596.14 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। खेल मंत्रालय के सामने बजट को लेकर कोई परेशानी नहीं है। जो भी आवश्यक होगा, वो दिया जाएगा। कुछ लोगों ने सरकार पर आरोप लगाया था कि ओलंपिक साल में सरकार ने खेल मंत्रालय के बजट में कटौती की है। जबकि ऐसा नहीं है, और अगर इसके बाद भी ज़रूरत हुई तो इसमें संशोधन कराकर और बजट को बढ़ाने की भी मांग की जाएगी।"
हालांकि, आपको ये भी बताते चलें कि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने अपने दिशा-निर्देशों में उल्लेख किया है कि खेलों से पहले एथलीटों को टीका लगाया जाना अनिवार्य नहीं है, लेकिन जिन प्रतिभागियों को शिरकता करना है उन्हें कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करनी ज़रबरी है। जैसे कि सामाजिक दूरी रखना, मास्क का उपयोग करना और कोरोना का टेस्ट कराना।
टोक्यो ओलंपिक पर कोरोना की मार पहली ही पड़ चुकी है और इसी वजह से 2020 में होने वाले खेलों के इस सबसे बड़े आयोजन को एक साल के लिए स्थगित करना पड़ा था। और अब ओलंपिक अध्यक्ष थॉमस बाक (Thomas Bach) ने भी ये साफ़ कर दिया है कि इस साल जुलाई में इसे सारे सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए कराया जाएगा।