अपने भारतीय ओलम्पियन को जानें: गोल्फर अदिति अशोक के बारे में 10 बातें

इस बार रियो ओलंपिक में अदिति अशोक भारत का गोल्फ में प्रतिनिधित्व करेंगी। वह भारत की तरफ से मुख्य दावेदार हैं। उन्होंने आईजीएफ विश्व रैंकिंग के 60 खिलाड़ियों में जगह बनाकर डायरेक्ट रियो के लिए क्वालीफाई किया है। जुलाई 2016 तक उनकी रैंक 57 थी। आइये हम आपको 18 वर्षीय इस युवा गोल्फर के बारे 10 अहम बातें बता रहे हैं: #1 अदिति अशोक का जन्म 29 मार्च 1988 में बंगलौर में हुआ। फ्रैंक अन्थोनी पब्लिक स्कूल, बंगलौर में अदिति ने आपनी पढ़ाई इस साल पूरी की है। तकरीबन 6 साल की उम्र में अदिति ने गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था। उसके बाद कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन के बंगलौर गोल्फ क्लब से भी वह खेलने लगीं। #2 अदिति को खाली समय में कला और क्राफ्ट के अलावा स्केटिंग, हूला-होप्पिंग, फ़िल्में देखना और गाने सुनना पसंद है। #3 अदिति को शुरूआती करियर में बाम्बी रंधावा ने कोचिंग दी और उसके बाद तरुण सरदेसाई ने उन्हें कुछ साल कोचिंग दी थी। इस वक्त उन्हें मलेशिया के स्टीवन गिउलिअनो कोच हैं। साथ ही निकोलस केबरेट उनके कंडीशनिंग और स्ट्रेंथ कोच हैं। 1 जनवरी 2016 को वह प्रोफेशनल गोल्फर बन गयीं। #4 जून 2015 में 17 साल की उम्र में उन्होंने मोरक्को में हुए लेडिज यूरोपियन दौरे के लल्ला ईचा टूर स्कूल का ख़िताब जीता। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला हैं। “वास्तव में ये अद्भुत पल है, क्योंकि मैं व्यक्तिगत तौर पर इस ख़िताब को जीतना चाहती थी। लेकिन मैं लगातार इसके लिए कोशिश करती रही। इस ख़िताब को जीतना और कार्ड हासिल करना बहुत ही अच्छा है।” #5 अदिति ने एशियन यूथ खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करके एक अलग ही पहचान बनाई। वह लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करती जा रही हैं, 12 प्रोफेशनल इवेंट्स में 11 कट्स हासिल किए हैं। साल 2014 में दुबई में हुए ओमेगा दुबई लेडिज मास्टर्स में उन्हें 38वां स्थान मिला था। “मैं हमेशा से प्रोफेशनल गोल्फर बनना चाहती थी क्योंकि मुझे गोल्फ से प्यार है। मेरा बचपन से ये सपना रहा है कि मैं गोल्फ में कुछ बड़ा करूं। आज जहाँ हूँ उसके लिए मुझे बेहद ख़ुशी है।” #6 अदिति ने अपने से ज्यादा उम्रदराज और अनुभवी लोगों के साथ खेला है। लेकिन वह उन्हें लगातार चुनौती देती आ रही हैं। अदिति ने डब्लूजीएआई लेडिज प्रोफेशनल टूर्नामेंट मात्र 13 साल और 5 महीने की उम्र में जीता था। जिसकी वजह से लोगों का ध्यान उनकी तरफ तेजी से गया। एलईटी हीरो विमेंस इंडियन ओपन 2012 में 14 साल की उम्र मेंसंयुक्त रूप से आठवां स्थान हासिल किया था। तब उनकी उम्र 14 साल थी और ये उनका बेहतरीन प्रदर्शन था। #7 अदिति ने अबतक कई गोल्फ मुकाबले जीते हैं। जब से उन्होंने 10 साल की उम्र में अपने देश के लिए खेलना शुरू किया है। वह 3 बार राष्ट्रीय जूनियर चैंपियन रहीं हैं। ऐसा उन्होंने लगातार साल 2012, 13 और 14 तक किया है। साल 2011 और 2014 में वह राष्ट्रीय स्तर पर चैंपियन रही हैं। #8 अदिति, लौरा डेविस और ग्वालडिस नोसरा को साल 2007 में एमार-एमजीएफ लेडिस मास्टर्स बंगलौर में खेलते देखकर काफी प्रभावित हुईं थीं। तब उनकी उम्र 8 साल थी। विश्व स्तर पर वह रॉय मैकलरॉय और टाइगर वुड्स के खेल से प्रभावित हैं। #9 साल 2015 में अदिति ने वर्ल्ड ऐमाचर गोल्फ रैंकिंग में 11 वां स्थान हासिल किया था। वह एशिया की अबतक बेहतरीन गोल्फर भी चुनी गयी हैं। #10 अदिति ने मई 2015 में महिलाओं के कोर्स रिकॉर्ड 8 अंडर पार की बराबरी भी की है। कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन बंगलौर में मई 2015 में अदिति ने 8 अंडर पार करके महिलाओं के कोर्स का रिकॉर्ड भी बनाया है।