अपने भारतीय ओलंपियन को जानें: अनिर्बन लाहिरी (गोल्फ)

अनिर्बन लाहिरी एक उभरते हुए गोल्फर हैं और कई लोग इन्हें भारतीय गोल्फ का भविष्य मानते हैं। ये 29 वर्षीय खिलाडी रियो 2016 में भारत की ओर से ओलंपिक्स में गोल्फ खेलनेवाले हैं। इनका साथ देंगे, शिव चौरसिया। ये रही अनिर्बन लाहिरी से जुडी 10 बातें:

  1. अनिर्बन लाहिरी का जन्म 29 जून 1987 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ। अपने पिता डॉक्टर. तुषार लाहिरी के साथ उन्होंने आठ साल की उम्र से ही गोल्फ खेलना शुरू किया। डॉक्टर लहरी फिजिशियन है और भारतीय आर्मी के लिए काम करते हैं। इसके साथ साथ उन्हें गोल्फ खेलने का भी शौक है। "मैं बाहर जाकर उनके लिए गोल्फ बॉल सजा देता था। दोनों साथ में 15 मिनट खेलते और फिर अँधेरा हो जाता। इस तरह से इसकी शुरुआत हुई।"
  2. उन्होंने अपना पहला टूर्नामेंट 12 साल की उम्र ने जूनियर प्लेयर के रूप में रॉयल कलकता गोल्फ क्लब में खेला। आठ खिलाडियों में से वें पांचवे आएं और फिर उन्होंने एक प्रोफेशनल गोल्फर बनने का निर्णय किया। यहाँ से उनके करियर की शुरुआत हुई। "ये कमाल की बात है। मेरे पिता ने हमेशा मेरा साथ दिया है। वें कहते हैं, 'इसे उस तरह से देखों की तुम्हे लगातार चार दिन बहेतरीन गोल्फ कोर्स पर खेलने का मौका मिल रहा है, इसका मजा लो।' और मैं इसी तरह करता हूँ।"
  3. एक फौजी का बेटा होने के कारण वें एक मल्टीकल्चरल व्यक्ति हैं। उनके माता पिता बंगाली है, इसलिए उन्हें खाने और वहां के रीती रिवाजों से प्यार है। उन्हें पंजाबी खाना भी पसंद है और करीब एक दशक से वें बैंगलोर में हैं। उनका मानना है कि देश के अगल-अगल हिस्सों में रहकर उन्होंने कई परम्परा और संस्कृति को जाना है। इससे उनका उन जगहों के प्रति सम्मान बढ़ा है। मई 2014 में उन्होंने अपनी पार्टनर ईप्सा जायसवाल से शादी कर ली। "मुझे गर्व है कि मैं मैं भारतीय हूँ। मुझे यहाँ पर भाषाएँ, परंपरा और खाने से प्यार है। पिता अगर फ़ौज में हो तो ऐसा होता ही है। ये आम बात है। मुझे गर्व है अपनी परंपरा पर।"
  4. फ़िलहाल उनकी रैंकिंग 62 है और उनके करियर की सबसे अच्छी रैंकिंग 33 रही है। अबतक वें 59 टूर्नामेंट्स में हिस्सा ले चुके हैं और उनके नाम 111.39 अंक है। उन्होंने हीरो इंडियन ओपन (2015), SAIL-SBI ओपन (2012 and 2013), मायबैंक मलेशियन ओपन (2015) और विनीशियन मकाउ ओपन (2014) जीता है।
  5. साल 2014 में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के कारण उन्हें आधिकारिक वर्ल्ड गोल्फ रैंकिंग में टॉप 100 में जगह मिली। इस सीजन उन्होंने CIMB नियागा इन्डोनेशियाई मास्टर्स और मकाउ ओपन जैसे एशियाई ओपन जीते।
  6. उन्होंने बताया कि गोल्फ एक धैर्य से खेला जानेवाला खेल है। इस धैर्य को बनाए रखने के लिए वे ध्यान करते हैं और अपने आस पास सकारात्मक वातावरण रखते हैं। "गोल्फ का खेल आपको काफी ग़ुस्सा दिला सकता है। आपको मानसिक रूप से धैर्य और अपने आस पास सकारात्मक वातावरण बनाए रखने की ज़रूरत है। इसलिए मैं ध्यान करता हूँ। ज़िन्दगी में उतार चढ़ाव तो होते रहते हैं।"
  7. रॉयल लैथम और लंकाशायर में सेंट एंस गोल्फ क्लब के 2012 ओपन चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने (68-72) के साथ यादगार डेब्यू किया और उसके बाद उनका उस टूर्नामेंट में 31 वां स्थान रहा।
  8. फरबरी 2015 में मायबैंक मलेशियन ओपन जीतकर यूरोपियन ख़िताब जीता। उसी महीने उन्होंने भारत में हीरो इंडियन ओपन जीता। इन दोनों जीत की बदौलत उन्हें वर्ल्ड गोल्फ रैंकिंग में टॉप 50 में जगह मिली और 2015 मास्टर्स ओपन के लिए क्वालीफाई की। जीव मिल्खा सिंह और अर्जुन अटवाल के बाद मास्टर्स ओपन में हिस्सा लेनेवाले तीसरे भारतीय हैं।
  9. अगस्त 2015 में उन्होंने अमेरिका की प्री टूर्नामेंट लम्बी ड्राइव PGA अपने नाम की। इससे उन्हें गोल्ड मनी क्लिप और $ 25,000 की चरैतबले डोनेशन मिला। वहां पर उन्होंने भारतीय गोल्फर के रूप में कई रिकॉर्ड बनाए। भारतीय गोल्फर के रूप में उन्होंने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। सभी चारों राउंड में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया।
  10. प्रेसिडेंट कप स्क्वाड 2015 के लिये पहले भारतीय चुने जाने का गौरव भी उन्हें हासिल हुआ। डीन & डेलुका इंविटेशनल में भी उनका अच्छा प्रदर्शन रहा और T-6 स्थान पर रहे।
लेखक: तेजस, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी