ये रही नरसिंग यादव से जुडी 10 बातें:
- पूर्वी उत्तर प्रदेश में किसान पंचम यादव और श्रीमती भूलना देवी के घर उनका जन्म 6 अगस्त 1989 को हुआ। उनके पिता मुम्बई में दूध का कारोबार करते हैं और महिलांए गांव में ज्यादा काम करती है।
- 13 साल की उम्र में ही उन्होंने रैस्लिंग की ट्रेनिंग अपने रैसलर भाई विनोद के साथ शुरू कर दी। दोनों भाई मुम्बई के जोगेश्वरी जिले में रहते हूँ।
- नरसिंह 2010 के कमोंवेत्थ वेल्थ खेलों के बाद चर्चा में आएं। 74 किलो केटेगरी के लिए उन्हें आखरी समय पर बुलाया गया। लेकिन नरसिंग ने मौके का फायेदा उठाकर यहाँ पर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के रिचर्ड ब्रायन अद्दीनल को फाइनल में हराया।
- इस 26 वर्षीय रैसलर का साल 2011 और 2012 मिला जुला रहा। 2011 में मेलबॉर्न में हुए कामनवेल्थ चैंपियनशिप में उन्हें रजत पदक मिला। साल 2012 में हुए लंदन ओलंपिक्स के पहले राउंड में ही वें बाहर हो गए। 74 किलो फ्रीस्टाइल में उन्हें कनाडा के मैट गैन्ट्री ने हराया।
- 2014 के एशियाई खेलों में इस मुम्बई के रैसलर की उजबेकिस्तान के राशिद कुर्बानोव के हाथों राउंड ऑफ़ 16 में हार हुई। राशिद कुर्बानोव जहाँ फाइनल में गए वहीँ नरसिंग को कांस्य पदक से मुकाबला कर पड़ा। इस 26 वर्षीय खिलाडी ने सभी को चौंकाते सीधे सेटों के ज़रिये पदक हासिल किये। फाइनल में उन्होंने जापान दैसुके शिमड़ा।
- साल 2012 में अंतराष्ट्रीय स्तर और पाएं उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने नरसिंह को DSP के पोस्ट की पेशकश की।
- नरसिंग के करियर की सबसे अच्छी बात थी 2015 में अमेरिका के लास वेगास में हुई वर्ल्ड रैस्लिंग चैंपियनशिप। नरसिंग ने यहाँ पर चौथे राउंड में लगातार तीन जीत के साथ पहुँच गये। इस्राएल के हनोच राचामिन को पहले राउंड में, टर्की के सेनेर डेमिर्ट्स को दूसरे राउंड में और क्यूबा के लिवन लोपेज़ अज़कय को तीसरे राउंड में हराया। हालांकि चौथे राउंड में उन्हें मंगोलिया के उनुर्बत पुरेवजव के हातों हारकर कांस्य पदक से संतुष्ट करना पड़ा। कांस्य पदक के मैच के लिए उन्होंने फ्रांस के जेलिमख़ाँ खड़जीएव को 5:0 से हराया।
- 2015 के वर्ल्ड रैस्लिंग चैंपियनशिप में एकमात्र पदक जीतकर नरसिंग ने रियो ओलंपिक्स 2016 के लिए क्वालीफाई क़िया। हालांकि उन्हें ये सीट इतने आसानी से नहीं मिली, इसके लिए उन्हें ओलिंपिक चैंपियन सुशिल कुमार से थोड़ा क़ानूनी संगर्ष करना पड़ा। इसपर नरसिंग ने कहा, "ओलंपिक्स के लिए खिलाडियों को चुनने का काम फेडरेशन का है और मैं इसपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।"
- हाल ही में हुए प्रो रैस्लिंग लीग के लिए नरसिंग को बैंगलोर की फ्रैंचाइज़ी बैंगलोर योद्धा ने 34.5 लाख में अपने टीम का हिस्सा बनाया। विराट कोहली और JSW ग्रुप इस फ्रैंचाइज़ी के मालिक है।
- नरसिंग को JSW ग्रुप के स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम का समर्थन हासिल है। ये संस्था ट्रैक एंड फील्ड, बॉक्सिंग, रैस्लिंग, जुडो और स्विमिंग जैसे खेलों के 39 खिलाड़ियों की सहायता करती है।