रियो ओलंपिक्स 2016 में सैखोम मीराबाई चानू के साथ सतीश शिवलिंगम भी ओलंपिक्स का हिस्सा होंगे। सतीश 77 किलो वर्ग में खेलेंगे और हमे उनसे पदक से उम्मीद लगाए बैठे हैं। ये रही उनसे जुड़ी 10 बातें:
- सतीश शिवलिंगम का जन्म तमिलनाडु के वेल्लोर में 23 जून 1992 को हुआ था।
- स्थूवचारी के स्कूल से उन्होंने हाई स्कूल पढ़ाई की और BA करने के लिए मेलविश्रम में अब्दुल हकीम कॉलेज में दाखिला लिया लेकिन तीसरे साल में पढाई छोड़ दी।
- फ़िलहाल वें चेन्नई में दक्षिण रेल्वे में क्लर्क के रूप में काम कर रहे हैं।
- सतीश शिवलिंगम के पिता राष्ट्रीय स्तर के वेटलिफ्टर हैं और वहां पर दो पदक भी जीत चुके हैं।
- सतीश की शुरूआती ट्रेनिंग उनके पिता ने ही करवाई। वें दिन में पांच घंटे ट्रेनिंग करते इससे इस खेल में कामयाब होने के लिए उनकी अच्छी नींव रखी गयी।
- इसके बाद उन्होंने अपने घर के पास एटलस वेटलिफ्टिंग ट्रेनिंग में दाखिला लिया और वहां पर अभ्यास करने लगे। वहाँ वें वें सीनियर लेवल और जूनियर लेवल पर मुकाबले करना शुरू कर दिया। उस दौरान स्टेट लेवल, राष्ट्रीय लेवल और एशियाई खेलों में उनके नाम कई पदक भी आएं।
- साल 2014 में ग्लासगो के कामनवेल्थ खेल में उन्होंने 74 किलो वर्ग में हिस्सा लिया और स्वर्ण पदक जीता।
- 149 किलो स्नैच और 179 किलो क्लीन एंड जर्क के साथ उन्होंने कुल 328 किलो उठायें और स्वर्ण पदक जीता। यहाँ पर उन्होंने 2010 के कॉमनवेल्थ खेल के विजेता रवि कतुलु को भी हराया। 149 किलो लिफ्ट का उनका स्नैच एक नया रिकॉर्ड था।
- साल 2014 में उनकी कामयाबी ने देश और राज्य का नाम बढ़ाया था और इसलिए तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने सतीश को 50 लाख रुपयों का इनाम दिया।
- इसके पहले जून 2016 में पटियाला में हुए ओलंपिक्स ट्रेल्स में उन्होंने सबसे अच्छे लिफ्ट 336 किलो (151 किलो स्नैच और 185 किलो क्लीन एंड जर्क) को मात देकर रियो ओलंपिक्स के लिए जगह पक्की कर दी।
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