अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक्स के मैराथन दौड़ में भारत के खेता राम हिस्सा लेने वाले हैं। इसके लिए वें कड़ी मेहनत कर रहे हैं और ओलंपिक्स के दौरान वे रिकॉर्ड तोड़कर भारत के लिए पदक लाने की कोशिश करेंगे। ये रही खेता राम से जुडी 10 बातें:
- खेता राम लम्बी दूरी के धवाक हैं और उनका जन्म 20 सितम्बर 1986 को राजस्थान के खोखसर में हुआ था। हर दिन वें अपने स्कूल जाने के लिए 4 किलोमीटर दौड़ते थे और यहीं से उनकी ट्रेनिंग शुरू हो गयी।
- खेता राम आर्मी से हैं और उनकी पोस्टिंग जम्मू के शाम्भा में हुई है। उनकी ट्रेनिंग पुणे के आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टिट्यूट में होती है। खेता राम के माता-पिता और पत्नी अनपढ़ है और उन्हें ये भी नहीं मालुम की खेता राम ओलंपिक्स में हिस्सा लेने जा रहे हैं।
- उनके गांव में पानी की समस्या है और वहाँ पर पक्की सड़कें भी नहीं है। खेता राम पदक जीतकर गावँवालों को खुश होने का एक कारण देना चाहते हैं। वें अपने गांव में इस तरह से सुधार करना चाहते हैं जिससे कभी भी किसी को पानी की समस्या न हो।
- वो स्कूल जहाँ से खेता राम ने पढाई की थी उसमें पिछले 44 सालों से कोई बदलाव नहीं हुआ है और वहां पर पढाई केवल आठवीं कक्षा तक होती है। अपना नाम बनाने के लिए उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अपनी काबिलियत और मेहनत के दम पर वें इतने आगे आएं हैं और ओलंपिक्स में जाने वाले खिलाड़ियों की सूचि में अपना नाम बनाने में सफल हर हैं। अब वें अपने तिरंगे को ओलंपिक्स में लहराता हुआ देखना चाहते हैं।
- राम ओलंपिक्स में गोपी टी और नितेन्द्र सिंह रावत के साथ मैराथन दौड़ में हिस्सा लेंगे। 56 सालों बाद ये पहला मौका है जब ओलंपिक्स में तीन खिलाडी हिस्सा ले रहे है। इसके पहले ये 1960 के रोम ओलंपिक्स में हुआ था।
- खेता राम अभी मध्यम दूरी के धावक सुरिंदर सिंह भंडारी से वेलिंगटन के थंगराज स्टेडियम में ट्रेनिंग ले रहे हैं। वहां पर वें अपनी मांशपेशियों को मजबूत कर रहे हैं, जिसका फायदा उन्हें रियो ओलंपिक खेलों में होगा।
- मुम्बई मैराथन में वें तीसरे आएं थे और इसकी वजह से उन्होंने ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया था। ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने की टाइमिंग थी 2 घंटे 19 मिनट और राम ने इसे 2:17:23 में पूरा किया। "पहले मैंने अपना ध्यान ट्रैक और फील्ड के खेलों पर केंद्रित किया लेकिन वहां पर (5000 मीटर दौड़) में मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। इसलिए मैंने और मेरे कोच ने सोचा की कुछ सालों तक मुझे हाफ मैराथन पर ध्यान देना चाहिए। अब मैं फुल मैराथन दौड़ता हूँ और मुंबई मैराथन में हिस्सा लेकर ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करना चाहूंगा।"
- पुणे के आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टिट्यूट में ट्रेनिंग के दौरान वें वसई-विहार मेयर मैराथन के विजेता बने थे। उन्होंने ये दौड़ 2:22:32 की टाइमिंग के साथ पूरा किया। पिछले साल नीरज पाल ने यही दौड़ 2:22:38 की टाइमिंग में खत्म किया था।
- इंचियोन के एशियाई खेलों राम ने हिस्सा लिया था और 5000 मीटर दौड़ में भारत का प्रतिनिधत्व किया है।
- साल 2014 में पटियाला में हुए 18 वें फेडरेशन कप नेशनल सीनियर एथेलेटिक्स चैंपियनशिप में 5000 मीटर की दौड़ जीती थी। उन्होंने उस दौड़ को 13:49.17 की टाइमिंग से जीतकर सात साल पुराने सुरेंद्र सिंह के रिकॉर्ड को तोड़ा था।
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