Lakshya Sen Loses his Semi Final Match vs Viktor Axelsen : पेरिस ओलंपिक 2024 में बैडमिंटन में भारत का गोल्ड मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया है। भारत की तरफ से लक्ष्य सेन एकमात्र दावेदार बचे हुए थे। हालांकि उन्हें मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल मैच में डिफेंडिंग चैंपियन विक्टर ऐक्सल्सन से हार का सामना करना पड़ा। विक्टर ने लक्ष्य सेन को सीधे सेटों में 22-20 और 21-14 से हरा दिया। अब लक्ष्य सेन ब्रॉन्ज मेडल के लिए मुकाबला करेंगे।
लक्ष्य सेन ने पहले गेम में एक समय बढ़त बना ली थी लेकिन इसके बाद विक्टर ने जबरदस्त वापसी की। 20-20 तक मुकाबला बराबरी पर था लेकिन विक्टर ने लगातार दो प्वॉइंट लेकर पहला गेम अपने नाम कर लिया। इसके बाद दूसरे सेट में भी लक्ष्य सेन ने जबरदस्त शुरुआत की थी। उन्होंने 7-0 से विक्टर के खिलाफ लीड ले ली थी। हालांकि इसके बावजूद वो मुकाबला हार गए। जब विक्टर ने प्वॉइंट्स लेने शुरु किए तो फिर वो यहीं पर नहीं रुके और लक्ष्य सेन से कई गलतियां भी हुईं, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
लक्ष्य सेन ने अपने पहले ही ओलंपिक में किया प्रभावित
विक्टर की अगर बात करें तो वो दुनिया के नंबर 2 खिलाड़ी हैं और पिछली बार ओलंपिक का गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने इस बार भी उसी तरह का प्रदर्शन किया है और एक बार फिर वो गोल्ड मेडल के लिए दावेदारी पेश करेंगे। दूसरी तरफ लक्ष्य सेन की अगर बात करें तो यह उनका पहला ही ओलंपिक था और जिस तरह का खेल उन्होंने इस दौरान दिखाया, वो काबिलेतारीफ रहा। उनके पास अभी भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका है।
लक्ष्य सेन भले ही फाइनल में नहीं पहुंच पाए हैं लेकिन उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड पेरिस ओलंपिक 2024 में जरूर बना दिया है। लक्ष्य ओलंपिक के बैडमिंटन सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले पुरुष शटलर बन गए हैं। उनसे पहले किसी भी पुरुष शटलर ने सेमीफाइनल में जगह नहीं बनाई थी। पीवी सिंधू ने जरुर यह कारनामा किया था लेकिन मेंस इवेंट में सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाले लक्ष्य सेन पहले पुरुष खिलाड़ी बने हैं। अब उनके पास मेडल जीतने का भी अच्छा मौका है।