भारत में स्पोर्ट्स का चलन सर चढ़ कर बोल रहा है। चाहे क्रिकेट हो या कोई दूसरा खेल भारत में आज हर खेल को उतना ही सम्मान मिलता है जितना कि दूसरे देशों में मिलता है। अगर देखा जाये या आंकड़ा निकाला जाये तो ये सामने आएगा कि भारत में खेलों के प्रति लोगों का आकर्षण काफी बढ़ गया है। हर कोई चाहता है कि अपनी प्रतिभा के अनुसार उसे अपने पसंदीदा खेल में हाथ आजमाने का मौका दिया जाये जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है। पिछले कुछ समय में भारत ने खेल के छेत्र में कई बड़े-बड़े खिलाड़ियों को जन्म दिया है जिनमें से एक महान खिलाड़ी मिल्खा सिंह हैं। 81 साल के इस महान एथलीट भी भारत में खेलों को लेकर काफी चिंतित हैं और इसी पर उन्होंने भारतीय सरकार के सामने अपनी एक राय राखी है। इस राय के अनुसार मिल्खा सिंह चाहते हैं कि साल 2004 के सिल्वर ओलम्पिक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौर को भारत का नया खेल मंत्री बनाया जाये। पूर्व डबल ट्रैप शूटर राठौर अभी केन्द्रीय राज्य मंत्री के पैड पर नियुक्त हैं। मिल्खा के अनुसार राठौर को प्रमुख खेल मंत्री का पद देना चाहिए जिससे भारतीय एथलीटों को काफी मदद मिल सकती है। “मेरी एक राय है, राज्यवर्धन सिंह राठौर को खेल मंत्री बनाया जाये और उन्हें खेलो से सम्बंधित सारी चीज़ों की ज़िम्मेदारी दे देनी चाहिए। अलग अलग स्पोर्ट्स के लिए अलग अलग लोगों को भी नियुक्त किया जाये ताकि भारतीय एथलीटों को मेडल लाने में समर्थन मिल सके। हमारे पास प्रतिभा की कमी नहीं बीएस ज़रुरत है पूरा दम लगाने की, मुझे पूरा भरोसा है कि हम ज़रूर कामयाब होंगे”: मिल्खा सिंह इस कथन के बाद मिल्खा सिंह ने 2016 रियो ओलम्पिक में पदक जीतने वाली भारतीय महिला साक्षी मलिक और पीवी सिन्धु को तहे दिल से बधाई दी और ये भी कहा कि जब उन्होंने भारतीय तिरंगे को अपने कन्धों पर रखा तो मैं काफी भावुक हो गया था। देखने वाली बात ये होगी कि इस महान एथलीट की बातों पर सरकार किस तरह से समर्थन करती है।