India in Paris Olympics 2024 Weightlifting: पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज 26 जुलाई से होने जा रहा है। खेलों के इस महाकुंभ को लेकर भारत के 117 एथलीटों की सूची पहले ही जारी की जा चुकी है। जिसमें सबसे ज्यादा ध्यान वेटलिफ्टर की लिस्ट ने खींचा, जिसमें एकमात्र नाम मीराबाई चानू का था। यानी पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की तरफ से मीराबाई चानू ही एकमात्र वेटलिफ्टर हैं, जिनके कंधों पर ही भारत को मेडल दिलाने की जिम्मेदारी होगी। इस बार फैंस को मीराबाई से गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद होगी। गौरतलब है कि टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए सिल्वर जीतने वाली मीराबाई चानू लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल जीतना चाहेंगी। उनके लिए यह खास चुनौती होने वाली है।
दूसरे ओलंपिक पदक पर होगी नजर
टोक्यो ओलंपिक 2020 में मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम वेट कैटगरी में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता था। मीराबाई ने 202 किलो भार उठाकर मेडल को अपने नाम किया था। ऐसे में इस बार मीराबाई चानू की नजर अपने लगातार दूसरे ओलंपिक मेडल पर होगी। मीराबाई इस बार सिल्वर की बजाय गोल्ड मेडल जीतना चाहेंगी। इस बार ओलंपिक में मीराबाई भारत की तरफ से अकेली वेटलिफ्टर हैं, जिसके चलते करोड़ों भारतीय फैंस को उम्मीद भी मीराबाई से ही होगी।
IWF विश्व कप 2024 से मिला ओलंपिक का टिकट
मीराबाई चानू का पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई करने का सफर काफी कठिन रहा है। इस दौरान उनको कई सारी इंजरीज से गुजरना पड़ा। जिसमें मीराबाई की कलाई और हिप इंजरी भी शामिल है, लेकिन मीराबाई ने हिम्मत नहीं हारी। IWF विश्व कप 2024 से मीराबाई चानू को पेरिस ओलंपिक का टिकट मिला है। IWF विश्व कप 2024 में मीराबाई चानू ने 180 किलो वेट उठाया था। वहीं अब पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए मीराबाई को 200 किलो से ज्यादा वेट उठाना पड़ेगा।
पेरिस ओलंपिक में इस दिन होगा मुकाबला
पेरिस ओलंपिक 2024 में मीराबाई चानू 49 किलो भारवर्ग में अपना दमखम दिखाएंगी। भारत की एकमात्र वेटलिफ्टर का मुकाबला 7 अगस्त को होगा। वेटलिफ्टर्स के मुकाबले 7 अगस्त से 11 अगस्त तक खेले जाएंगे। इस दौरान प्रतियोगिता में 57 देशों के कुल 122 वेटलिफ्टर अलग-अलग कैटिगरी में हिस्सा लेंगे। टोक्यो में भारत ने 7 मेडल जीतते हुए ओलंपिक इतिहास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। वहीं इस बार देश के एथलीट अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर पेरिस में तिरंगा लहराना चाहेंगे। 26 जुलाई को ओलंपिक सेरेमनी होगी और पीवी सिंधु देश की ध्वजवाहक होंगी।