गुजरात में आयोजित हुए 36वें राष्ट्रीय खेलों का रंगारंग समापन हो गया है। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी में शानदार प्रस्तुतियों के साथ अगले साल होने वाले खेलों की कमान गोवा को सौंपी गई।
29 सितंबर से 12 अक्टूबर के बीच अहमदाबाद, राजकोट, भावनगर, सूरत, गांधीनगर और वडोदरा में हुई अलग-अलग स्पर्धाओं में देश के 28 राज्यों, 8 केंद्रशासित प्रदेशों, सशस्त्र सेना (सर्विसेज) के हजारों एथलीटों ने भाग लेकर अपना वर्चस्व साबित किया।
सर्विसेज के दल ने सबसे ज्यादा 61 गोल्ड मेडल जीतते हुए पदक तालिका में पहला स्थान पाया और राजा भलिंद्र सिंह ट्रॉफी अपने नाम की।
सर्विसेज के नाम 61 गोल्ड, 35 सिल्वर और 32 ब्रॉन्ज समेत कुल 128 पदक रहे। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र का दल रहा जिसने 39 गोल्ड, 38 सिल्वर और 63 ब्रॉन्ज मेडल मिलाकर कुल 140 मेडल जीते। महाराष्ट्र कुल पदकों के मामले में सबसे आगे है। वहीं तीसरे स्थान पर 38 गोल्ड के साथ हरियाणा का दल रहा।
14 दिन तक चले खेलों में कुल 382 स्पर्धाओं में पदक दिए गए। गोवा, बिहार और सिक्किम ही ऐसे राज्य थे जो किसी भी स्पर्धा में गोल्ड या सिल्वर मेडल नहीं जीत पाए लेकिन ब्रॉन्ज जीतने में कामयाब रहे। दादरा नगर हवेली-दमन दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप, मेघालय और नागालैंड के दल एक भी पदक नहीं जीत पाए।
ओलंपियन और केरल के लिए खेलने वाले तैराक साजन प्रकाश को सबसे ज्यादा 6 गोल्ड जीतने के लिए 'सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट' का पुरस्कार दिया गया जबकि महिलाओं में कर्नाटक की तैराक हशिका रामचंद्र को सर्वश्रेष्ठ एथलीट के खिताब से नवाजा गया। इन खेलों में इस बार मल्लखंभ और योग जैसे पारंपरिक खेलों को विशेष रूप से जगह दी गई थी। इन दोनों खेलों में महाराष्ट्र के दल का दबदबा रहा। वहीं कुश्ती में हरियाणा ने सर्वाधिक मेडल हासिल किए।