पिछले 20 दिनों से चल रहे खेल महाकुंभ एशियन गेम्स का चीन के हांगझाओ शहर में रंगारंग समापन हो गया। चीन ने सफलतापूर्वक 19वें एशियन गेम्स का समापन किया और क्लोजिंग सेरेमनी में अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। समापन समारोह में भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश को भारतीय ध्वज थामने का गौरव मिला। खेलों की आधिकारिक शुरुआत 23 सितंबर से हुई थी लेकिन कुछ स्पर्धाओं के मुकाबले 19 सितंबर से ही प्रारंभ हो गए थे।
हांगझाओ के स्पोर्टस पार्क स्टेडियम में हजारों दर्शक इस एशियन गेम का समापन देखने के लिए मौजूद रहे। चीन के राष्ट्रीय ध्वज के आरोहण के बाद कलाकारों ने 'Heart to Heart' की थीम पर शानदार प्रस्तुति दी।
क्लोजिंग सेरेमनी की थीम एक-दूसरे के लिए आपसी सद्भाव और आदर की थी। खेलों के तीनों रोबोट मैस्कॉट के नृत्य के बीच खेलों में भाग ले रहे देशों के खिलाड़ी अपना राष्ट्रीय ध्वज लेकर स्टेडियम के बीच में आए।
इसके बाद ओलंपिक काउंसिंल ऑफ एशिया का ध्वज, पहली एशियन गेम्स मशाल, पहला एशियाड ध्वज नियमानुसार खेलों के अगले मेजबान जापान को दिया गया। जापान के आइची-नगोया अगले एशियन गेम्स 19 सितंबर 2026 से 4 अक्टूबर 2026 तक आयोजित होने प्रस्तावित हैं। यह तीसरा मौका होगा जब जापान एशियाड की मेजबानी करेगा। इससे पहले साल 1958 में टोक्यो और साल 1994 में हिरोशीमा में एशियाड आयोजित हो चुके हैं।
हांगझाओ एशियन गेम्स में कई नए विश्व रिकॉर्ड एशियाई देशों ने अपने नाम किए और पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए अधिकतर स्पर्धाओं में कोटा हासिल किया। चीन ने सर्वाधिक 201 गोल्ड, 111 सिल्वर और 71 ब्रॉन्ज के साथ कुल 383 मेडल जीतकर पहला स्थान हासिल किया।
जापान दूसरे स्थान पर 52 गोल्ड, 67 सिल्वर और 69 ब्रॉन्ज समेत 188 पदकों के साथ खड़ा रहा। दक्षिण कोरिया ने 42 गोल्ड, 59 सिल्वर और 89 ब्रॉन्ज के साथ कुल 190 पदक लेकर तीसरा स्थान पाया जबकि भारत के पास 28 गोल्ड, 38 सिल्वर और 41 ब्रॉन्ज समेत 107 मेडल रहे।
इस बार हांगझाओ एशियन गेम्स में मेहमाननवाजी के स्तर से कोई शिकायत देखने को नहीं मिली, लेकिन खेलों विशेष रूप से ऐथलेटिक्स की स्पर्धाओं में चीनी रेफरी और ऑफिशियल्स के खराब फैसलों का शिकार भारत प्रमुख रूप से बना। फिर भी अंत में भारत के लिए 100 पदकों का आंकड़ा एशियाड में पार करना ऐतिहासिक रहा। अब भारतीय ऐथलीट अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जुट जाएंगे और उम्मीद रहेगी कि एशियन गेम्स में किए गए शानदार प्रदर्शन का असर 2024 ओलंपिक में भारत की पदक तालिका पर भी पड़े।